मुज़फ्फरनगर। जनपद मुज़फ्फरनगर के शाहपुर और बुढ़ाना ब्लॉकों में शुक्रवार को आयोजित नसबंदी कैम्पों ने एक नई सफलता का उदाहरण पेश किया। इन दोनों स्थानों पर कुल 65 व्यक्तियों की नसबंदी की गई, जिनमें 62 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल रहे। यह उपलब्धि न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के बेहतर समन्वय और योजना का परिणाम रही, बल्कि परिवार नियोजन के प्रति लोगों में बढ़ती जागरूकता का भी संकेत देती है।
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इस कैम्प में महिला नसबंदी की प्रक्रिया डॉ. शिखा गुप्ता द्वारा और पुरुष नसबंदी डॉ. चारु ढल द्वारा संपन्न कराई गई। पूरे अभियान में स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका उल्लेखनीय रही, जिन्होंने जन-जागरूकता और सेवा भावना के साथ इसे सफल बनाया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया ने जानकारी दी कि नसबंदी जैसे संवेदनशील विषय को केवल आंकड़ों तक सीमित न रखते हुए, विभाग इसे मानवीय दृष्टिकोण से संचालित कर रहा है। मरीजों की सुविधा, गोपनीयता और सम्मान विभाग की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि यह सफलता विभाग की टीम भावना और सेवाभाव का परिणाम है।
इस अभियान की नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में डॉ. सुनील तेवतिया की दूरदर्शिता और नेतृत्व की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे।
शाहपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओ.पी. जयसवाल और बुढ़ाना के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह ने बताया कि इस अभियान को आशा कार्यकर्ताओं और आशा संगिनियों के सहयोग से प्रभावी रूप से चलाया गया। नसबंदी टीम में स्टाफ नर्स अलका, वार्ड आया बबिता और ओटी अटेंडेंट हारून की भी सक्रिय भागीदारी रही।
नसबंदी की सुविधा पूरी तरह निशुल्क प्रदान की गई, और इसका उद्देश्य जनमानस में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। इस अभियान को सफल बनाने में डॉ. दिव्यांक दत्त (जिला परिवार कल्याण एवं लॉजिस्टिक्स प्रबंधक), बुढ़ाना के बीसीपीएम हरविंदर कुमार और शाहपुर के बीसीपीएम रमेश कुमार सहित दोनों ब्लॉकों की पूरी स्वास्थ्य टीम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।