शाहपुर। थाना क्षेत्र के गांव पलड़ी में किसान को नलकूप के लिए विद्युत कनेक्शन देने के लिए विभाग के जेई द्वारा किये गए गलत सर्वे से गांव के किसानों में तनाव बना हुआ है। कनेक्शन धारक ने जबरदस्ती विद्युत पोल खड़ा करते हुए पड़ोसी किसान के खेत मे खड़ी फसल को बुरी तरह नष्ट कर दिया, जिससे किसानों में आपसी तनाव बना हुआ है।
शाहपुर के गांव पलड़ी निवासी मनीराम ने अपने खेत में लगे नलकूप के लिए विद्युत कनेक्शन स्वीकृत कराया है, जिसके लिए लगभग छह महीने पहले विद्युत विभाग के जेई ने सर्वे कर दिए, जिस जगह पर लाइन के सर्वे किये गए वह लाइन अधिक लम्बाई की है। ना तो कम दूरी की लाइन से सर्वे किये गए ना ही उन खेत वाले किसानों की सहमति ली गयी, जिनके खेतो से लाइन जानी है। जेई द्वारा किये गए सर्वे के बाद नलकूप लाइन का स्टीमेट बनाकर स्वीकृति दी गयी थी।
दस दिन पूर्व नलकूप हेतु विद्युत लाइन का सामान आ गया था। नलकूप मालिक ने पड़ोस के किसानों की बिना सहमति के उनके खेतों में खड़ी फसल में ट्रैक्टर से पोल खड़े कर दिए, जिससे किसान मुकेश व अमित की खड़ी गन्ने की फसल नष्ट हो गयी। किसानों ने विरोध करते हुए अन्य पोल लगाने से मना कर दिया।
रविवार को जब तीसरे किसान धर्मपाल के खेत में जब विधुत पोल खड़े करने का प्रयास किया, तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। किसानों के बीच खेत में झगड़ा होने की सूचना पुलिस को दी गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जबरदस्ती खेत मे पोल खड़े करने व फसल नष्ट करने वाले दो लोगों को हिरासत में ले लिया।
किसान मुकेश, धर्मपाल व अमित ने बिना सहमति के किसानों के खेतों में सर्वे करने व जबरदस्ती पोल खड़े कर गन्ने की फसल को नष्ट करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, एसडीएम, विद्युत विभाग के चीफ इंजीनियर, अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारियों को शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। किसानों का आरोप है कि आदमपुर बिजलीघर के जेई ने नियम विरुद्ध सर्वे कर तनाव पैदा करा दिया है।
विद्युत विभाग के नियमानुसार कम दूरी पर पड़ने वाली लाइन से ही नई लाइन का सर्वे किया जाता है। उस स्थिति में बीच में पड़ने वाले किसानों की सहमति भी लेना जरूरी होता है, लेकिन जेई द्वारा बिना सहमति के किये गए सर्वे से किसानों के बीच आपसी तनाव पैदा हो गया है।