मोरना। भोपा थाना क्षेत्रान्तर्गत गाँव जौली गंग नहर में डूबकर ग्रामीण ने आत्महत्या कर ली। जिसका शव काफी आगे जाकर कड़ी मशक्कत के बाद नहर से बाहर निकाला गया। परिजनों ने कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।पुलिस ने पंचनामा कर शव को परिजनो को सौंप दिया।
ककरौली थाना क्षेत्र के गाँव टंढेन्डा निवासी 35 वर्षीय आफ़ताब आलम गांव में किरयाना की दुकान करता था। बुधवार की सुबह आफ़ताब आलम ने परिजनों से कहा कि वह उधार की वसूली के लिये जा रहे हैं। आफ़ताब अपने छोटे पुत्र मौ.अफ्फान को साथ लेकर बाइक द्वारा जौली की ओर गया था। जहाँ कुछ देर बाद जौली में अकबरपुर मार्ग पर बाइक को खड़ी कर आफ़ताब ने गंग नहर में छलांग लगा दी। पुत्र अफ्फान यह देखकर डर गया और परिजनों को पिता के डूबने की सूचना दी।
निकटवर्ती गाँव नंगला बुजुर्ग में कार्य कर रहा आफ़ताब का भाई खुर्शीद व रुडकली गाँव निवासी रिश्तेदार मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। जौली चौकी पुलिस ने ग्रामीणों संग आफ़ताब की तलाश शुरू कर दी। कुछ देर बाद आफताब का शव जौली से आगे नहर में तैरता दिखाई पड़ा। शव को नहर से बाहर निकाला गया। परिजनों ने शव की शिनाख्त आफ़ताब के रूप में कर शव को भोपा अस्पताल ले आये जहाँ चिकित्सको ने आफ़ताब को मृत घोषित कर दिया।
मृतक के भाई खुर्शीद ने बताया कि 2013 में पिता इस्राईल की मौत से आफ़ताब को गहरा सदमा पहुंचा था। जिसके बाद से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नही थी। आफताब का मनोचिकित्सक द्वारा उपचार भी चल रहा था।इसी मानसिक तनाव के चलते आफताब की नहर में डूबने से मौत हो गयी।मृतक अपने पीछे पत्नी गुलिस्तां, पुत्र फरहान व अफ्फान तथा पुत्री नाजिय़ा, फरहा को छोड़ गया है।