शामली। जनपद शामली में जिला अधिकारी का अलग अंदाज देखने को मिला है जहा कलेक्ट्रेट पहुंची एक महिला ने सदर सीएचसी मे प्राइवेट संस्थानों पर अल्ट्रासाउंड कराने की शिकायत की तो को जिलाधिकारी बाइक पर सवार होकर मुंह पर फेस मास्क लगाकर गुपचुप तरीके से अचानक सदर सीएचसी जा पहुंचे। जहा जिलाधिकारी द्वारा शिकायत की समीक्षा की गई तो उक्त सही पाई गई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने अस्पताल में बने विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया। जब स्वास्थ्य कर्मियों को पता चला कि सीएचसी में मरीज बनकर कोई और नहीं स्वयं जिलाधिकारी आए हैं। तो स्वास्थ्य कर्मियों में एकाएक हड़कंप मच गया। जिसके बाद जिलाधिकारी चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए एक मरीज की गाड़ी मैं बैठकर रवाना हो गए।
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आपको बता दें कि बुधवार को जिलाधिकारी अरविंद चौहान सीएचसी में लगातार मिल रही शिकायत को लेकर गुपचुप तरीके से बाइक पर सवार होकर कलेक्ट्रेट से बिना किसी को बताएं सदर सीएचसी जा पहुंचे। जहाँ जिलाधिकारी सर्वप्रथम पंजीकरण खिड़की पर पहुंचे। जहाँ उन्होंने मरीजो की लाइन में लगकर अपना पंजीकरण करवाया। और शिकायत के अनुसार सीधे कमरा नंबर दो में पहुंचे। जहाँ दो महिला चिकित्सक बैठी हुई थी।
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जिन्हें डीएम ने कहा कि उनके किसी महिला मरीज को पेट दर्द की समस्या है और उसके उपचार के लिए राय मांगी। जिसके बाद करीब 20 मिनट तक कमरे में ही मौजूद रहे। जहाँ उन्होंने बाहरी संस्थानों पर अल्ट्रासाउंड करवाने संबंधित तीन मरीजों की पर्चीया पकड़ी। जिसके बाद जिलाधिकारी का पारा हाई हो गया और उन्होंने अपना परिचय देते हुए महिला चिकित्सकों को कड़ी फटकार लगाई। जब महिला चिकित्सकों को पता चला कि यहां मरीज बनकर जिलाधिकारी आए हैं। तो उनके चेहरे पीले पड़ गए और वें चुपचाप कमरे से नौ दो ग्यारह हो गई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने सीएचसी में बने अन्य चिकित्सकों के कमरों का निरीक्षण किया। जहाँ छोटी मोटी कमियां छोड़कर सभी व्यवस्थाएं सही पाई गई। इसके बाद भी जिलाधिकारी ज़ब संतुष्ट नहीं हुई तो उन्होंने अस्पताल में इधर-उधर खड़े मरीजो से सुविधाओं के बारे में बातचीत की। इस दौरान जिलाधिकारी ने सीएचसी के चप्पे चप्पे का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान साफ सफाई की व्यवस्था भी खाना पूर्ति वाली ही पाई गई।
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देखकर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सीएचसी प्रभारी को कड़ी हिदायत देते हुए सीएचसी की व्यवस्थाओं को तत्काल प्रभाव से सुधारे जाने की बात कही है। जिसके बाद जिलाधिकारी एक मरीज की गाड़ी में बैठकर अस्पताल से रवाना हो गए। वही जिलाधिकारी द्वारा अलग अंदाज में किए गए अस्पताल के निरीक्षण से स्वास्थ्य कर्मियों में अफरा-तफरी मची हुई है। वही शामली की जनता जिलाधिकारी के इस कार्य की प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं।