गाजियाबाद। गाजियाबाद में लोगों ने ‘हमतुम रोड’ के चौडीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान निलाया ग्रीन्स समेत अन्य सोसायटी की महिलाएं और बच्चे हाथ में तख्ती लेकर कालोनी के बाहर आ गए और रोड पर नारेबाजी करते हुए हंगाम किया।
मुरादनगर विधानसभा अंतर्गत मोरटा ग्राम में राजनगर एक्सटेंशन आवासीय क्षेत्र के अंतर्गत हजारों परिवारों का जीवन भय और तनाव के बीच गुजर रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग-58 (मेरठ रोड) से हमतुम रोड (निलाया ग्रीन्स रोड) की लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क के दोनों और स्थित सोसायटियों दिया ग्रीन सिटी, निलाया ग्रीन्स, महक जीवन, राज विलास, मीडोज विस्ता, मोती रेजिडेंसी तथा संचार रेजिडेंसी के हजारों परिवार रहते हैं।
मुजफ्फरनगर में सरकारी भूमि पर दबंगों का कब्जा, गांववासियों ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की क्षेत्रीय विकास योजना में ‘हम तुम रोड’ को 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाना निश्चित है। लेकिन वर्तमान में यह रोड 5 से 6 मीटर चौड़ी है।
गुजरात के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को महाकुंभ का निमंत्रण देने पहुंचे मंत्री कपिल देव व एके शर्मा
इतनी छोटी सड़क पर गाजियाबाद नगर निगम के कूड़े के भारी भरकम ट्रक, बड़े-बड़े लोडर, आर एम सी के ट्रक तथा अन्य बड़े सामान के ट्रक चल रहे हैं। इसके अलावा बच्चों के स्कूल की बस, सार्वजनिक यातायात के कार, ऑटो, रिक्शा आदि वाहनों की बहुतायत है। तेजी से चलते वाहनों की स्थिति रात्रि में स्ट्रीट लाइट न होने से और ही खतरनाक हो जाती है। महिलाओं और बच्चों को कभी भी दुर्घटना का शिकार होना पड़ सकता है।
पूर्व में दुर्घटना से 29 अगस्त को एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद कोलंबिया स्कूल के आसपास हाइड्रा ने दो औरतों को टक्कर मार दी थी। जिसमें से एक औरत ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया था। इसके बाद दिनांक दो दिसंबर 24 को एक ट्रक ने एक लड़के को टक्कर मारी जिससे उसका सीधा हाथ कंधे के नीचे से गवाना पड़ा। प्रशासन की उदासीनता के चलते स्थानीय निवासियों के एक समूह (हम तुम रोड निवासी फोरम) ने हम तुम रोड पर पैदल मार्च किया। जिससे इस ख़तरनाक स्थिति से मुक्ति के लिए शीघ्र कार्यवाही करने के लिए निवेदन किया। जिसमें मुख्यतः सड़क को चौड़ा करना, स्ट्रीट लाइट लगाना, गति अवरोधक बनाना तथा ट्रकों एवं डंपरों के प्रवेश को रोकने के लिए कहा गया है।
लोगों का कहना है कि सड़क पर इतनी धूल उड़ती है जब ट्रक गाड़ियां चलती है की सांस लेना दूभर हो जाता है जिससे लोगों को अस्थमा की बीमारी का खतरा बना रहता है।