गाजियाबाद। युवती ने अपनी ममेरी बहन पर संपत्ति हड़पने की नीयत से दस्तावेजों में पति और बच्चों का नाम बदलवाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। आरोप है कि उसकी मां की संपत्ति कब्जाने के लिए ममेरी बहन ने फर्जी दस्तावेज तथा फर्जी वारिसान प्रमाण-पत्र बनवा लिए। पुलिस आयुक्त के आदेश पर नगर कोतवाली पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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गगन एनक्लेव निवासी शमोली कपूर का कहना है कि उनकी ममेरी बहन दिव्या शर्मा ने 24 दिसंबर 2020 को एक वारिसान बनवाया था। उसने वर्ष 2012 में रजिस्ट्री कराते समय खुद को अमित शर्मा की पत्नी बताया और अपने झूठे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि बनवाने के बाद वारिसान प्रमाण-पत्र बनवाया। वारिसान प्रमाण-पत्र में दिव्या ने बेटे गुनगुन शर्मा और बेटी आन्या शर्मा को भी दर्शाया था। जबकि वर्ष 2012 में दिव्या शर्मा प्रियांक सुखाजी की पत्नी थी। उस वक्त दिव्या और प्रियांक सुखीजा का दिल्ली कोर्ट में तलाक का केस भी चल रहा था।
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15 मार्च 2016 को दिव्या और प्रियांक सुखीजा का तलाक हुआ था। इस तिथि तक दोनों पति-पत्नी थे। शमोली कपूर के मुताबिक दिव्या शर्मा ने उनकी मां परवीन कपूर की संपत्ति कब्जाने के लिए खुद को वर्ष 2012 में अमित शर्मा की पत्नी दर्शाया। फर्जी वारिसान प्रमाण-पत्र में दिव्या ने आन्या शर्मा को अमित शर्मा की पुत्री व वारिस घोषित किया है, जबकि हकीकत में आन्या शर्मा प्रियांक सुखीजा की पुत्री थी।
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आरोप है कि दिव्या शर्मा ने संपत्ति कब्जाने के लिए अपने पति तथा बच्चों के पिता का नाम भी बदल दिया। 30 सितंबर 2024 को एसडीएम द्वारा वारिसान प्रमाण-पत्र खारिज किया जा चुका है। पीडि़ता ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी का कहना है कि दिव्या शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।