सहारनपुर (गागलहेडी)। प्रॉपर्टी डीलर सुरेश राणा की हत्या में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
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नौ दिन पहले गागलहेड़ी में हुई प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया है। दोस्त ने ही 50 लाख और मारपीट का बदला लेने के लिए प्रॉपर्टी डीलर की हत्या शूटरों को सुपारी देकर कराई थी। हत्या की साजिश मलेशिया में बैठकर रची थी। पुलिस ने एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी समेत चार फरार है।पुलिस लाइन में एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि दो जनवरी को गागलहेड़ी की सब्जी मंडी कॉलोनी में सुरेश राणा की घर में घुसकर बदमाशों ने हत्या कर दी थी। मामला संपत्ति से जुड़ा था।
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पुलिस ने हरियाणा में कैथल जिले के गांव राजौंद निवासी हत्यारोपी विकास उर्फ विक्की को कोलकी फ्लाईओवर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक देशी तमंचा, तीन कारतूस और हत्या में प्रयोग हुई कार बरामद हुई है। पूछताछ में हत्यारोपी विकास ने बताया कि सुरेश राणा और उसके गांव के प्रमोद उर्फ रामकरण के बीच प्रॉपर्टी डीलिंग के दौरान रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। सुरेश पर प्रमोद के 40-50 लाख रुपये बकाया थे। वह अपनी जमीन का एग्रीमेंट करने के बावजूद रजिस्ट्री नहीं कर रहा था। इसे लेकर सुरेश ने प्रमोद से मारपीट की, जिससे प्रमोद उससे नाराज हो गया था। मारपीट का बदला लेने के लिए प्रमोद ने हत्या की साजिश रची।
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उसने हरियाणा के अपने गांव राजौंद में सीपी, गड्डू, विकास और सोमवीर को बुलाया। हत्या से सात दिन पहले 27 व 28 दिसंबर को प्रमोद मलेशिया चला गया। वहां से व्हाट्सएप कॉल करता रहा। योजनाबद्ध तरीके से चारों हत्यारोपी कार में गंगोह, नकुड़ होते हुए अंबाला से देहरादून जाने वाले हाईवे से गागलहेड़ी पहुंचे। सुरेश राणा को उसके घर में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक सुरेश राणा की पत्नी अर्चना राणा ने रामकरण उर्फ प्रमोद समेत अपने दो भाइयों पर हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने तीन टीम लगाईं और 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इनमें एक कार ट्रेस हुई। कार के जरिए पुलिस हत्यारोपी विकास तक पहुंची। उसके बाद मामला खुल गया और हत्यारोपी सोमवीर उर्फ मोनू, प्रमोद उर्फ रामकरण, सीपी और गट्टू के नाम सामने आए। सुरेश के साले दिग्विजय और कुनाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन पुलिस को कोई सबूत नहीं मिल पाया। इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया है।