शाहपुर। क्षेत्र के गांव रसूलपुर जाटान की महिला किसान प्रविता पत्नी हरेंद्र पिछले छह माह से अपनी खरीदी हुई जमीन को राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराने के लिए तहसील के चक्कर काट रही हैं। मगर अधिकारियों की लापरवाही और लचर व्यवस्था के कारण अब तक उन्हें न्याय नहीं मिला है।
मुज़फ्फरनगर में ग्राम प्रधान ने खोल रखा था अवैध क्लीनिक, स्वास्थ्य विभाग ने लगा दी सील
इस मामले में जब उनके परिजन और किसान नेता संदीप बालियान स्थानीय लेखपाल प्रदीप से मिले, तो लेखपाल ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। किसान नेता व ग्रामीण जब लेखपाल के अस्थाई कार्यालय पहुंचे, तो उन्होंने किसानों से अभद्रता की और मेज पर हाथ मारकर धमकाने का प्रयास किया। किसानों का आरोप है कि लेखपाल ने रिकॉर्ड रूम से प्रमाणित अभिलेख न मिलने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और असहयोगात्मक रवैया अपनाया, इसके विरोध में किसानों ने हंगामा किया, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
शामली में शराब की लत ने करवा दिया दोस्त का कत्ल,पुलिस ने हत्यारे दोस्तों को भेजा जेल
इस दौरान किसान रणबीर सिंह, संजय चेयरमैन, महेश कुमार, हरेन्द्र बालियान, रोहित कुमार, सन्नी बालियान, ओमबीर सिंह, सतपाल सिंह समेत कई किसान मौजूद रहे। किसान नेता संदीप बालियान ने आरोप लगाया कि लेखपाल ने निजी कार्यालय बना रखा है, जिसमें प्राइवेट व्यक्तियों को रखकर भोले-भाले किसानों से अवैध वसूली की जाती है। गत दिनों भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने जनपद के उच्चाधिकारियों से किसान दिवस में शिकायत की।
मुजफ्फरनगर में केंद्र के 10 वर्ष व यूपी सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर लगेगा आज से मेला, DM व SSP ने लिया जायजा
उन्होंने कहा कि मृतक आश्रितों के खतौनी में नाम चढ़ाने और कंप्यूटरीकृत अभिलेखों में हुई त्रुटियों को दूर करने के लिए पटवारी और कानूनगों को गांव-गांव जाकर चौपाल लगानी चाहिए, ताकि किसानों को तहसील के चक्कर न काटने पड़ें।