मोरना। तेज बारिश के चलते सोलानी नदी ने अपना विस्तार शुरू कर दिया है। रविवार को सोलानी नदी का पानी जंगल में चारों ओर फैल गया है और बारिश होने पर ग्रामीणों ने बाढ़ की आशंका जताई है। वहीं प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
मोरना ब्लॉक क्षेत्र में बहने वाली गंगा व सोलानी नदी ने अब विकराल रूप में आना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड की ओर से आ रहे भारी जल के चलते नदियों का बहाव तेज हो गया है। नदियों का पानी किनारों से बाहर खेतों में घुस गया है, जिससे ग्रामीणों ने फसलों के खराब हो जाने की आशंका जताई है।
मजलिसपुर तौफीर निवासी कुलदीप कुमार ने जानकारी देकर बताया कि सोलानी नदी का पानी चारों ओर फैल रहा है। नदी का पानी गाँव के नजदीक आ गया है। अगर और बारिश हुई, तो पानी बस्ती में घुस जाएगा, जिससे बाढ़ आ जायेगी। सोलानी नदी का पानी मजलिसपुर तौफीर, खैरनगर, महाराजनगर, सिताबपुरी के जंगल में तेजी से फैल रहा है। वहीं गंगा नदी ने शुकतीर्थ खादर क्षेत्र व बिहारगढ़ आदि के जंगलों में अपना असर दिखाया है। बिहारगढ़ के ग्रामीणों ने बाढ़ की आशंका जताते हए। निचले स्थानों पर जाना बंद कर दिया है।
बारिश ने तोड़ा दोनों राज्यों का सम्पर्क-कांवड यात्रा के दौरान लोक निर्माण विभाग की बड़ी लापरवाही के चलते मोरना-लक्सर मार्ग बन्द हो गया है। उत्तराखंड व उप्र की सीमा पर बड़े द्वार का निर्माण अन्तिम चरण में है। गेट के निर्माण के कारण मार्ग को बन्द किया है। वाहन द्वार के बराबर से गन्ने के खेत से होकर गुजर रहे थे, किन्तु रविवार को भारी बारिश के कारण पानी खेत मे भर गया, जिससे वाहनों का निकलना बन्द हो गया। वाहनों की लम्बी कतार दोनों ओर लग गयी।
कांवड़ यात्रा के दौरान नेशनल हाईवे बन्द होने के कारण बड़ी संख्या में वाहन मोरना-लक्सर मार्ग से उत्तराखंड में प्रवेश करते हैं तथा बड़ी संख्या में शिवभक्त अनेक वाहनों द्वारा इसी मार्ग से हरिद्वार जाते हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था न किये जाने के कारण कांवडिय़ों सहित आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।