सहारनपुर (चिलकाना)। निकटवर्ती ग्राम बुड्ढा खेड़ा में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की विशाल पंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिम के लोगों को अपने हकों के लिए लड़ाई लड़कर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण कराना होगा। पृथक पश्चिम प्रदेश बनने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा बेहतर होगी और सभी को नि:शुल्क मिल सकेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय मात्र 90000 रुपए वार्षिक है। जबकि छोटे राज्य तेलंगाना में साढे तीन लाख रुपए वार्षिक और हरियाणा में 3:15 लाख रुपए वार्षिक और गोवा में₹500000 प्रति व्यक्ति वार्षिक आय हैं। उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में प्रदेश में ही नहीं देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 6.50 लाख रुपए है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले प्रदेश सरकार को 80% राजस्व देते हैं।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश बनने पर यहां प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश में ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक होगी। आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लखनऊ में भाजपा सरकार और केंद्र में मोदी सरकार भारी उपेक्षा कर रही है जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यहां से भारी टैक्स वसूलने के बाद भी उत्तर प्रदेश में दो एम्स है जो पूर्वांचल में हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक भी एम्स नहीं है। यहां की 8 करोड़ जनता दिल्ली देहरादून चंडीगढ़ इलाज के लिए जाती है और उन्हें वहां दोनों हाथों से लूटा जाता है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक राज्य बनने पर यहां के किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिलेगा और सभी फसलों की एम एस पी बढ़ाकर गारंटी कानून बनाया जाएगा। मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोड़कर किसानों को मजदूर उपलब्ध कराए जाएंगे। 58 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग किसानों मजदूरों और सभी को ₹10000 प्रति माह वृद्धावस्था पेंशन दिलाई जाएगी।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक गन्ना उत्पादन होता है और गन्ने से सबसे अधिक राजस्व प्रदेश सरकार को प्राप्त होता है। पृथक राज्य बनने पर यहां के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल नकद दिलाया जाएगा। बैठक का संचालन करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बढ़ती हुई समस्याओं का एकमात्र हल उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण ही है। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से देश की उन्नति संभव है। आसिम मलिक ने कहा कि अपने हकों के लिए किसानों, मजदूरों, युवाओं व छात्रों को एकजुट होकर पृथक राज्य की लड़ाई लड़नी होगी। जिसके लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में बड़ी लड़ाई की शुरुआत हो चुकी है।
मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर अशोक मलिक ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में बड़े संघर्ष की शुरुआत हो चुकी है। अब केंद्र सरकार को पृथक पश्चिम प्रदेश बनाना ही होगा। पश्चिम प्रदेश बनने पर यह दुनिया का सबसे धनी और उन्नतशील राज्य होगा।पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य रजत शर्मा ने कहा कि अब अलग राज्य की लड़ाई तेज हो चुकी है और जन आंदोलन बन रही है। युवा शक्ति और छात्र पृथक राज्य के लिए संघर्ष को तैयार हो गए हैं। मंडल मीडिया प्रभारी दुष्यंत ने कहा कि आज पृथक पश्चिम प्रदेश समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है जिसके लिए सभी को आगे आकर संघर्ष करना होगा। महानगर अध्यक्ष मोहम्मद जहीर तुर्की ने कहा कि पृथक राज्य बनने पर यहां किसानों, मजदूरों, गरीबों, दुकानदारों, व्यापारियों सभी को लाभ होगा।
बैठक में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश सचिव ऋषिपाल प्रधान गुर्जर, जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, महकार सिंह गुर्जर, गौरव शर्मा, सुमित वर्मा, सुरेंद्र प्रधान, जोगिंदर सिंह, चौधरी कालू सिंह, विकास चौधरी, जिला मंत्री मंसूर अहमद, वलीउल्लाह, नगर मंत्री तबरेज मलिक, साजेब मलिक, मोहम्मद शौकीन, अकमल गौड़, आसिफ मलिक, अब्दुल्ला मलिक, मोहम्मद बिलाल, उस्मान मलिक, अखलाक मलिक, मोहम्मद सत्तार, मोहम्मद मोनिस, इकराम मलिक, मोहम्मद गुफरान, मोहम्मद अफजल, अब्दुल कादिर, नौशाद मलिक, इरशाद मलिक, मोहम्मद रईस, नूर अहमद, मोहम्मद अली, मोहम्मद शाहिद आदि ने भाग लिया।