मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा काला पीलिया ( हेपेटाइटिस सी) की चपेट में आ रहे हैं। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में 16038 मरीज़ों का इलाज चल रहा है। ये मरीज़ मेरठ के अलावा गौतमबुद्धनगर, गाज़ियाबाद, हापुड़, बुलन्दशहर, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद और अमरोहा आदि जिलों के हैं। इनमें 25 से 55 साल उम्र वालों की संख्या सबसे ज़्यादा है।
यह तो वह संख्या है जो मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के लिए आए। इनके अलावा ऐसे मरीज़ भी बड़ी संख्या में हैं, जिनका अपने जिले में इलाज चल रहा है। मेडिकल में मरीज़ को 18 नंबर में लिवर ओपीडी में दिखाना होता है, यहां से उसका सैंपल जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी लैब भेजा जाता है, जांच में हेपेटाइटिस सी की पुष्टि होने पर इलाज शुरू किया जाता है। तीन माह दवाइयां खानी पड़ती हैं, फिर जांच होती है, सही होने पर दवाइयां बन्द कर दी जाती हैं, नहीं तो दवाइयां अगले तीन माह के लिए जारी रखी जाती हैं। ठीक होने तक यही प्रक्रिया अपनाई जाती है।