बांग्लादेश के बंदरबान में पूर्व मंत्री का घर फूंका, राजशाही में अवामी लीग दफ्तर ध्वस्त
कोलकाता। बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव एक बार फिर हिंसा में बदल गया है। राजशाही शहर में अवामी लीग के महानगर दफ्तर को उग्रपंथियों ने पूरी तरह ढहा दिया है। वहीं पहाड़ी जिला बंदरबान में पूर्व मंत्री बीर बहादुर उशैसिंह के घर में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी गई। इन घटनाओं में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
बताया जा रहा है कि यह हिंसा इंकलाब मंच के आयोजक शरीफ उस्मान हादी की मौत की खबर के बाद भड़की। गुरुवार देर रात खुद को उग्र छात्र और आम जनता बताने वाले कई समूह ढाका समेत देश के अलग-अलग इलाकों में सड़कों पर उतर आए। इसी दौरान राजशाही में प्रतिबंधित अवामी लीग के महानगर दफ्तर को निशाना बनाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राजशाही विश्वविद्यालय से जुड़े जमात समर्थक छात्रशिबिर और कट्टरपंथी कुछ छात्र पहले जुलूस के रूप में शहर में दाखिल हुए। बाद में नेशनल सिटिजन पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी अलग जुलूस लेकर उनके साथ जुड़ गए। शहर के कई इलाकों से मदरसा छात्रों के समूह भी लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए।
रात के समय उग्र भीड़ कुमारपाड़ा इलाका स्थित अवामी लीग के महानगर दफ्तर तक पहुंची और पूरी इमारत को ढहा दिया। हालांकि, इस दौरान किसी के घायल या मारे जाने की तत्काल पुष्टि नहीं हुई है।
इससे पहले भी पिछले साल 5 अगस्त को अवामी लीग सरकार के पतन के बाद इसी दफ्तर में आगजनी और भारी तोड़फोड़ की गई थी।
उधर, पहाड़ी जिला बंदरबान में भी हालात तनावपूर्ण रहे। गुरुवार देर रात राजारमाठ इलाके में उग्रपंथी प्रदर्शनकारियों ने सत्ता से हटाई गई शेख हसीना सरकार के पर्वतीय चट्टग्राम मामलों के पूर्व मंत्री बीर बहादुर उशैसिंह के घर में जमकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। घटना की सूचना मिलते ही सेना, पुलिस और फायर सर्विस की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने एक बार फिर बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
