शायरी वार: योगी की पंक्तियों पर अखिलेश का पलटवार, राजनीति में तंज का तड़का
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर शायरी के जरिए सियासी वार-पलटवार देखने को मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शायरी पढ़ते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को कफ सिरप तस्करी मामले से जोड़ने के बाद सियासत गरमा गई है।
"यही कसूर मैं बार बार करता रहा और आईना साफ करता रहा।"
इस बयान को अखिलेश यादव पर कटाक्ष के तौर पर देखा गया।
इसके जवाब में अखिलेश यादव ने भी शायरी के अंदाज़ में एक्स पर पलटवार किया। उन्होंने लिखा—
"जब खुद फंस जाओ तो दूसरे पर इल्जाम लगाओ।
ये खेल हुआ पुराना, हुक्मरान कोई नई बात बताओ।"
अखिलेश की इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। समर्थकों और विपक्ष के बीच सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। जानकारों का मानना है कि चुनावी माहौल के बीच ऐसे तंज और शायरी आने वाले दिनों में सियासी बयानबाज़ी को और तेज करेंगे।
फिलहाल, यूपी की राजनीति में शेर-ओ-शायरी का यह दौर सुर्खियों में बना हुआ है।
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