सहारनपुर में रेन बसेरे बंद, बेसहारा लोग भीषण ठंड में रात बिताने को मजबूर
सहारनपुर। पश्चिमी यूपी में लगातार बढ़ रही सर्दी व ठिठुरन के चलते शासन के निर्देश पर गरीब व बेसहारा लोगो के लिए बनाये गये रेन बसेरो का औचक निरीक्षण एक ओर जहां जिलाधिकारी मनीष बंसल हर संभव सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रहे है, वही दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रो में बनाये गये रेन बसेरो की धज्जियां उड़ायी जा रही है।
मुजफ्फराबाद ब्लॉक में बनाया गया रैन बसेरा पर ताला लटने होने की सूचना मिलने पर खंड विकास अधिकारी ने औचक निरीक्षण किया, तो वहां स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी के साथ ही मात्र एक कर्मचारी ही उपस्थित मिला। भीषण सर्दी के बीच मुजफ्फराबाद ब्लॉक में रेन बसेरा बंद पड़ा है। इस रैन बसेरे के गेट पर ताला लटकने से असहाय और बेसहारा लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हो रहे हैं। सरकार की ओर से हर साल ठंड के मौसम में यहां रजाई, गद्दे और चौकीदार की व्यवस्था की जाती है।
इस बार भी प्रशासन ने दावा किया कि सभी इंतजाम पूरे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है। लोगों ने बताया कि कई जरूरतमंद और बेसहारा लोग रात में रैन बसेरे की तलाश में पहुंचते हैं, लेकिन ताला देखकर निराश लौट जाते हैं। लोगो ने कहा कि कोहरे के बीच ठंड इतनी है कि हड्डियां कंपकंपा रही हैं। लेकिन रैन बसेरे में ताला बंद है। शुक्रवार को बीडीओ योगेंद्र चौधरी नें रैन बसेरे का निरीक्षण किया तो पाया कि, निरीक्षण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी अशोक कुमार उपस्थित मिले। इतना ही नहीं 19 संविदा कर्मचारी में से एक कर्मचारी उपस्थित मिला। राजेश कुमार, बसंत कुमार, सीमा सुरेखा, मोहम्मद अख़लाख, देरी से पहुंचे। जिसके बीडीओ का पारा गर्म हो गया और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
