रामगढ़ जिले में हाथियों का कहर जारी, दो और लोगों की कुचलकर मौत, तीन दिनों में छह जानें गईं
रांची । झारखंड के रामगढ़ जिले में जंगली हाथियों ने फिर शुक्रवार को जिले के दो अलग-अलग वन क्षेत्रों में हाथियों ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला। इसके साथ ही पिछले तीन दिनों में हाथियों के हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।
दूसरी घटना रामगढ़ वन क्षेत्र की है, जहां कुंदरू सरैया ईंट भट्ठे में काम कर रही महिला मजदूर काजल देवी (32) पर हाथियों ने हमला कर दिया। इस हमले में महिला की भी मौके पर ही मौत हो गई। इन घटनाओं के बाद इलाके के ग्रामीणों में भारी आक्रोश और भय का माहौल है। हाथियों ने कई गांवों में फसलों, घरों की बाउंड्री और कच्चे मकानों को भी नुकसान पहुंचाया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार रामगढ़ जिले के कुजू, वेस्ट बोकारो और रामगढ़ थाना क्षेत्र में करीब 42 जंगली हाथियों का झुंड घूम रहा है। ये हाथी अलग-अलग समूहों में बंटकर शहरी और ग्रामीण इलाकों में घुस रहे हैं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है। बताया जा रहा है कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हाथियों के इन इलाकों में पहुंचने से लोगों में जबरदस्त दहशत है।
वन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक वर्तमान में सिरका क्षेत्र में 7 हाथी, सुगिया क्षेत्र में 4, तोपा क्षेत्र में 4, उखरबेड़ा क्षेत्र में 11, छत्तरमांडू क्षेत्र में 3 और गोबरदाहा क्षेत्र में 1 हाथी मौजूद है। हालांकि हाथियों को सुरक्षित वन क्षेत्रों की ओर भेजने में रामगढ़ वन विभाग की टीम अब तक सफल नहीं हो पाई है। बीते मंगलवार को एक ही दिन में हाथियों ने चार लोगों को कुचलकर मार डाला था, जिनमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल थीं।
वन विभाग के रेंजर बटेश्वर पासवान ने शुक्रवार को दोनों मृतकों के परिजनों को तत्काल सहायता राशि के रूप में 25-25 हजार रुपये दिए। साथ ही उन्होंने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। रेंजर ने कहा कि हाथियों के करीब जाकर सेल्फी या फोटो लेने की कोशिश न करें और रात के समय घर से बाहर न निकलें। उन्होंने यह भी अपील की कि जिन क्षेत्रों में हाथी विचरण कर रहे हैं, वहां के लोग फिलहाल बच्चों को स्कूल न भेजें। वन विभाग की टीमें लगातार हाथियों की निगरानी कर रही हैं, लेकिन हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं।
