मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की पीठ की स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को मेरठ बंद के दौरान तमाम प्रमुख बाजार पूरी तरह बंद रहे वहीं चिकित्सकों ने भी ओपीडी सेवायें बंद रखीं।
बंद के दौरान किसी भी संभावना के मद्देनजर चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस फोर्स, पीएसी और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था। पूर्व नियोजित रणनीति के अनुसार जिला बार एसोसिएशन और मेरठ बार एसोसिएशन के अधिवक्ता कचहरी के मुख्य द्वार पर सुबह से ही धरने पर बैठ गये। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव त्यागी और मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि अधिवक्ताओं की कई टीमों ने बंद को सफल बनाने के लिये शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण किया और जुलूस भी निकाला।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी बंद को पूर्ण समर्थन दिया। आईएमए की अध्यक्षा डॉ. मनीषा त्यागी और सचिव डॉ. विकास गुप्ता ने बताया कि बुधवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक तमाम चिकित्सकों ने ओपीडी सेवाएं बाधित रखने का फैसला किया, लेकिन आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह बहाल रखी गईं, जिससे गंभीर मरीजों को चिकित्सा सेवायें मिल सकें।
पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सभी प्रमुख चौराहों पर एहतियात के तौर पर पुलिस और पीएसी तैनात की गई थी। उन्होंने बताया कि शहर के कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में अद्धसैनिक बल की भी तैनाती की गई। श्री सिंह ने बताया कि व्यवस्था बनाये रखने और यातायात सुचारू रखने के लिये रूट डायवर्जन किया गया जिसके लिये सभी थाना प्रभारियों और पुलिस उपाधीक्षकों को क्षेत्र में व्यवस्था बनाने के आदेश दिए गए थे।