देहरादून/मुजफ्फरनगर। देहरादून में डॉक्टर के घर में खड़ी कार से करोड़ों रुपये के कैश, सोना-चांदी और संपत्ति के अहम दस्तावेज चोरी होने के हाईप्रोफाइल मामले में मुजफ्फरनगर की पूर्व ब्लॉक प्रमुख निशी त्यागी की तलाश अब भी जारी है। इस मामले में उनके पति, कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी पहले से जेल में बंद हैं, जबकि पुलिस का दावा है कि चोरी के पैसों से खरीदी गई संपत्तियों की कड़ियां सीधे निशी त्यागी तक जुड़ रही हैं।
ठेकेदार का कैश-जेवर डॉक्टर के घर पहुंचा, यहीं से खुला राज
पुलिस जांच में सामने आया है कि चोरी गया कैश और जेवरात गाजियाबाद के एक बड़े ठेकेदार का था, जो सड़क निर्माण के करोड़ों रुपये के टेंडर उठाता है। ठेकेदार को अपने यहां जांच एजेंसियों के छापे का डर था, इसी कारण उसने कैश, जेवरात और बेनामी संपत्तियों के कागजात एक कार में भरकर देहरादून में अपने परिचित डॉक्टर प्रमोद त्यागी के घर भिजवा दिए थे।
कार से चोरी, FIR में नहीं था जिक्र रकम का
देहरादून के थाना नेहरू कॉलोनी में 15 सितंबर 2025 को डॉ. प्रमोद त्यागी ने FIR दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 6 सितंबर को उन्होंने अपने एक मित्र की कार (UP80 EP 2424) कहीं बाहर जाने के लिए मंगाई थी, जिसमे कैश, जेवरात और दस्तावेज रखे गए थे।
प्रोग्राम कैंसिल हो जाने पर
14 सितंबर की शाम जब कार से सामान निकालने पहुंचे तो पीछे का शीशा टूटा मिला और सारा सामान गायब था।
इस FIR में न तो किसी को नामजद किया गया और न ही चोरी गए सामान की कीमत बताई गई थी।
पार्टी में आया हिस्ट्रीशीटर, वहीं लगी भनक
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि चोरी से एक दिन पहले डॉक्टर के घर पार्टी हुई थी, जिसमें हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी भी शामिल हुआ था। यहीं उसे डॉक्टर के घर के कैंपस में खड़ी उस कार की जानकारी मिली, जिसमें करोड़ों का माल भरा था।
विनय त्यागी गिरफ्तार, जेल भेजा गया
29 सितंबर 2025 को देहरादून पुलिस ने विनय त्यागी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, उसकी गिरफ्तारी यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर के पास दिखाई गई। तलाशी में सोने के 4 सिक्के, चांदी का एक सिक्का और 15 हजार रुपये नकद बरामद किए गए।
30 सितंबर को उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
हालांकि सूत्रों का दावा है कि गिरफ्तारी गाजियाबाद के एक VVIP रिसॉर्ट से हुई, जहां वह पत्नी निशी त्यागी के साथ ठहरा हुआ था।
46 मुकदमों का आरोपी, बाइक बोट घोटाले में भी नाम
विनय त्यागी मूल रूप से मुजफ्फरनगर के पुरकाजी थाना क्षेत्र का रहने वाला है और वर्तमान में मेरठ के जागृति विहार में रहता है। उसके खिलाफ यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली में 46 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह चर्चित बाइक बोट घोटाले में भी आरोपी रह चुका है।उसकी पत्नी निशी त्यागी मुजफ्फरनगर के पुरकाजी ब्लॉक की प्रमुख भी रह चुकी है ।
अन्य आरोपी गिरफ्तार, निशी त्यागी अब भी फरार
इस मामले में पुलिस ने
• 7 अक्टूबर को हरिओम त्यागी को गिरफ्तार किया
• 22 नवंबर को राजन सिंह को पकड़ा
इन दोनों से सोने के सिक्के और नकदी बरामद हुई।
लेकिन चौथी आरोपी और विनय त्यागी की पत्नी निशी त्यागी अब भी फरार है।
कोर्ट में पुलिस रिपोर्ट, करोड़ों की रिकवरी का दावा
थाना नेहरू कॉलोनी के सब-इंस्पेक्टर ने 9 दिसंबर 2025 को ACJM-5 कोर्ट देहरादून में रिपोर्ट दाखिल की। रिपोर्ट के मुताबिक,
• चोरी में 50 सोने के सिक्के,
• 30 चांदी के सिक्के,
• 5 लाख रुपये नकद,
• और डॉक्टर की पत्नी के नाम संपत्ति की मूल रजिस्ट्री शामिल थी।
चोरी के पैसों से प्रॉपर्टी खरीदने का आरोप
पुलिस का दावा है कि निशी त्यागी ने 23 सितंबर को गाजियाबाद के मोरटा इलाके में एक प्रॉपर्टी खरीदी, जिसमें चोरी के सोने-चांदी का इस्तेमाल किया गया। हालांकि, निशी पक्ष की ओर से पुलिस को दिए गए दस्तावेजों में कहा गया है कि यह संपत्ति एक कंपनी के नाम है, जिसमें निशी त्यागी डायरेक्टर हैं और कंपनी उनके दूर के रिश्तेदार की है।
कई ठिकानों पर दबिश, तलाशी में बरामदगी
देहरादून पुलिस ने मेरठ, देहरादून और अन्य ठिकानों पर दबिश दी।
2 दिसंबर को देहरादून स्थित फ्लैट से
• एक सोने का सिक्का
• 18 चांदी के सिक्के
• 80 हजार रुपये नकद
• संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए।
गिरफ्तारी वारंट जारी
पुलिस कई बार प्रयास के बावजूद निशी त्यागी के बयान दर्ज नहीं कर सकी। इसके बाद 9 दिसंबर 2025 को कोर्ट ने निशी त्यागी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
पुलिस का दावा: 30-32 करोड़ का मामला
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में विनय त्यागी ने चोरी में तीस बत्तीस करोड़ रुपये के सोने की बात कबूली थी। पुलिस के अनुसार, यह मामला उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी है और उन्होंने शत प्रतिशत प्रतिशत रिकवरी के निर्देश दिए गए हैं।