मुजफ्फरनगर में किसानों के अर्धनग्न प्रदर्शन के बाद पेपर मिलों पर छापेमारी, फैक्ट्रियां सील करने की चेतावनी
मुजफ्फरनगर। जनपद में जहरीली हवा और औद्योगिक इकाइयों द्वारा अवैध कूड़ा जलाने के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) का उग्र आंदोलन बड़ी सफलता में बदल गया है। भोपा रोड पर किसानों के अर्धनग्न प्रदर्शन और ट्रकों को घेरे जाने के बाद प्रशासन न केवल बैकफुट पर आया, बल्कि रविवार को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औद्योगिक क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी कर मिल मालिकों में हड़कंप मचा दिया।
किसानों का अल्टीमेटम: 'यह अंत नहीं, सिर्फ स्थगन है' इससे पहले शनिवार देर रात तक चले हाई-वोल्टेज ड्रामे के बाद प्रशासन ने कूड़े से भरे तीन ट्रकों को जब्त कर पुलिस चौकी भेज दिया था। भाकियू (अ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि टीडीएफ के नाम पर नगर निगमों का कचरा और जहरीले टायर जलाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रशासन ने फिलहाल भोपा रोड पर स्मोक गन (एंटी स्मॉग गन) से छिड़काव शुरू करा दिया है, लेकिन किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि अवैध कचरा जलना बंद नहीं हुआ तो आंदोलन दोबारा शुरू होगा।
