मुजफ्फरनगर में लिंक रोड पर गिरा खंभा; ट्रांसपोर्टर की दर्दनाक मौत, न्याय की मांग को लेकर देर रात तक चला धरना
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पुरबालियान निवासी सुनील बालियान आदर्श कॉलोनी में रहते थे और ट्रांसपोर्ट नगर में 'राजधानी' के नाम से ट्रांसपोर्ट चलाते थे। रविवार दोपहर जब वह गली से निकलकर भोपा अड्डे की ओर मुड़ रहे थे, तभी क्रेन से उठाया जा रहा खंभा, चेन का हुक निकल जाने के कारण, सीधे उनके सिर पर आ गिरा। खंभे में लगी लोहे की क्लिप सिर में घुसने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हादसे के तुरंत बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और सैकड़ों लोग एकत्र हो गए। परिजनों और आक्रोशित ग्रामीणों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और दोषियों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उचित मुआवजे की मांग करते हुए एसडी डिग्री कॉलेज के सामने भोपा रोड पर जाम लगाकर धरना शुरू कर दिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर मजिस्ट्रेट पंकज राठौर और सीओ नई मंडी राजू कुमार साव भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पीड़ित परिवार के समर्थन में धरने पर बैठ गए। उनके अलावा, सपा के राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा, विधायक पंकज मलिक, भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी समेत कई अन्य नेता भी न्याय की मांग को लेकर अड़े रहे।
देर रात हुआ समझौता
परिजनों और किसानों का धरना देर रात तक जारी रहा। अंततः, पुलिस, प्रशासनिक और विद्युत अधिकारियों ने राकेश टिकैत और अन्य नेताओं से लंबी बातचीत की। गहन वार्ता के बाद प्रशासन ने मृतक के परिवार को लिखित आश्वासन दिया:
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मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी।
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₹13 लाख की आर्थिक मदद।
प्रशासन के इस आश्वासन के बाद परिजनों ने धरना समाप्त किया और मृतक की पत्नी अनु कुमारी की तहरीर पर दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने ठेकेदार और संबंधित विभागीय अधिकारियों से इस गंभीर लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार के कर्मचारियों ने काम के दौरान कोई बेरिकेडिंग नहीं लगाई थी और न ही मार्ग पर आवागमन रोकने के लिए कोई कर्मचारी तैनात किया गया था। इस मार्ग पर कई महीनों से काम चल रहा है, लेकिन सुरक्षा नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे पहले भी हादसे होते रहे हैं।
