संभल। उत्तर प्रदेश के संभल से एक बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है, जिसने सियासी गलियारों में बहस छेड़ दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान वर्क ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आयोजित "वंदे मातरम् के 150 साल" समारोह में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया है। सांसद ने स्पष्ट कहा है कि वह न तो इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे, और न ही "वंदे मातरम्" गीत गाएँगे।
सांसद जियाउर्रहमान वर्क का कहना है कि उनके दादा भी इस गीत के खिलाफ थे, और वह उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने तर्क दिया है कि वह देशभक्ति पर विश्वास रखते हैं, लेकिन यह गीत उनके धार्मिक सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है।
सांसद के इस बयान के बाद सियासी बहस तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने "वंदे मातरम्" को राष्ट्रगान और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि हर नागरिक को इसे सम्मान देना चाहिए।
जियाउर्रहमान वर्क के बयान को कई नेताओं ने विवादित करार दिया है, जबकि कुछ अन्य नेताओं ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी धार्मिक भावना के अनुसार निर्णय लेने की आज़ादी है। फिलहाल यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा का विषय बना हुआ है।