नर्सों के लिए योगी सरकार का बड़ा फैसला, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने गृह जनपद ट्रांसफर को दी मंजूरी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश की नर्सों के हित में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। लखनऊ में शनिवार, 08 नवंबर को हुए राजकीय नर्सेज संघ के 18वें प्रांतीय अधिवेशन में उन्होंने घोषणा की कि राज्य की सभी नर्सों के ट्रांसफर अब उनके गृह जनपदों (Home Districts) में किए जाएंगे। इस फैसले का उद्देश्य नर्सों को अपने परिवार और कार्य के बीच बेहतर संतुलन (Work-Life Balance) बनाने में मदद करना है।
13 सूत्री मांगों को मिली हरी झंडी
अधिवेशन के दौरान राजकीय नर्सेज संघ ने डिप्टी सीएम को एक 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा था। इस मांग पत्र में गृह जनपद में पोस्टिंग की मांग सबसे प्रमुख थी, जिसे बृजेश पाठक ने मौके पर ही मंजूर कर लिया।
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ सरकार नर्सों की व्यक्तिगत समस्याओं पर भी संवेदनशीलता से काम कर रही है।
नर्सों को बताया 'सिस्टर', दी उत्पीड़न पर सीधी शिकायत की सुविधा
बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सों की महत्वपूर्ण भूमिका की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “नर्सों को सिस्टर इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनमें मां के समान धैर्य और सेवा की भावना होती है। डॉक्टर भले ही इलाज करते हों, लेकिन मरीज को स्वस्थ बनाकर घर भेजने का असली श्रेय नर्स को जाता है।”
उन्होंने सभी नर्सों को यह भी आश्वासन दिया कि यदि उन्हें कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार की परेशानी या उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, तो वे बिना किसी डर के सीधे उनसे संपर्क कर सकती हैं।
इस महत्वपूर्ण अधिवेशन में एमएलसी अवनीश कुमार सिंह, डीजी हेल्थ डॉ. रतनपाल सिंह, नर्सेज संघ की अध्यक्ष शर्ली भंडारी, महामंत्री अशोक कुमार सहित प्रदेश के 75 जिलों से आई नर्सों ने भाग लिया।
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