जिसकी शिकायतों पर पुलिस दौड़ती थी, वही निकला गोकशी का मास्टरमाइंड; दो साल से गैंगस्टर, अब अफवाह फैलाने का आरोपी
Moradabad Cow Slaughter Twist: मुरादाबाद में गोरक्षा के नाम पर लगातार शिकायतें करने वाले ठाकुर मोनू सिंह चौहान की असलियत पुलिस रिकॉर्ड ने उजागर कर दी है। मोनू, जो खुद को विश्व हिंदू महासंघ भारत का जिलाध्यक्ष और गोरक्षक बताता है, वास्तव में गो-तस्करी का आरोपी निकला। संभल पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार उसके खिलाफ 2022 और 2023 में गोतस्करी के गंभीर मुकदमे दर्ज हुए थे। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया था और वह गैंगस्टर एक्ट में जेल भी जा चुका है।
विधायक के गांव में मिला गोकशी का फर्जी सीन
घटनास्थल पर पुलिस से पहले पहुंच गया था मोनू चौहान
मोनू चौहान घटनास्थल पर पुलिस से पहले पहुंचा और आरोप लगाया कि गोकशी पुलिस संरक्षण में हो रही है। उसने कमिश्नरी पर धरना देने व मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन की चेतावनी तक दी। कई बार मौके का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को शक हुआ कि घटना वास्तविक नहीं बल्कि रची गई थी। बाद में जांच में पहला संदिग्ध नाम मोनू का ही सामने आया।
कौन है मोनू चौहान, गोरक्षक की आड़ में तस्कर?
मोनू ठाकुर उर्फ ठाकुर मोनू सिंह चौहान चकलालपुर उर्फ चकगोपालपुर का रहने वाला है। वह विश्व हिंदू महासंघ भारत का जिलाध्यक्ष होने का दावा करता है और मूंढापांडे थाना क्षेत्र में गोरक्षा के नाम पर सक्रिय रहता है। उसने कुछ युवाओं को भी इस गतिविधि में जोड़ रखा था, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि उसकी असल गतिविधियां गो-तस्करी और अवैध कमाई से जुड़ी रही हैं।
स्कॉर्पियो में तीन गायों को ठूंसकर ले जा रहा था
संभल के बनियाठेर थाना रिकॉर्ड में दर्ज है कि 29 मई 2022 को पुलिस ने चेकिंग में दो स्कॉर्पियो रोकीं। एक गाड़ी भाग गई, जबकि दूसरी पकड़ी गई। उसमें तीन गायों को मुंह और पैर बांधकर ठूंस दिया गया था, जिनकी हालत मरणासन्न थी। इस मामले में नजाकत, इबरान और ठाकुर मोनू सिंह के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इसके बाद मोनू पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
2023 में लगा गैंगस्टर एक्ट
2023 में बनियाठेर थाने के तत्कालीन एसएचओ राकेश कुमार ने मोनू और उसके दो साथियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया। केस में दर्ज है कि यह गैंग गोवंशीय पशुओं का वध, गो-तस्करी और अवैध कमाई में लिप्त है तथा समाज विरोधी गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इतना ही नहीं, मोनू पर एक महिला के मकान पर कब्जा करने सहित कई अन्य आपराधिक केस भी दर्ज हैं।
पुलिस ने पुष्टि की- 4 नवंबर की गोकशी की कहानी फर्जी थी
सीओ हाईवे राजेश कुमार यादव ने कहा कि दौलारी गांव में मिली गोकशी की सूचना फर्जी और प्लांटेड थी। फोरेंसिक जांच ने इसे साबित किया। उन्होंने कहा कि मोनू ठाकुर का आपराधिक इतिहास है और उसके हर एंगल से जांच की जा रही है। हालांकि मौजूदा घटना से उसका सीधा कनेक्शन है या नहीं, यह जांच के बाद स्पष्ट होगा।
मुरादाबाद में 24 दिन पहले दो हिंदू युवक पकड़े गए थे गोमांस तस्करी में
गोकशी को अक्सर मुस्लिम समुदाय से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन आर्थिक लालच में कुछ हिंदू युवक भी इस अवैध धंधे में उतर आए हैं। 24 दिन पहले दो हिंदू युवक गोमांस तस्करी में पकड़े गए थे। एक युवक भीड़ से छूटकर भाग गया, जबकि सचिन ठाकुर को पकड़ा गया और जेल भेज दिया गया। पिछले एक महीने में मुरादाबाद पुलिस 13 गोकशों के एनकाउंटर भी कर चुकी है, जिनमें चार अकेले मूंढापांडे पुलिस ने किए हैं।
