नेपाल में चप्पे-चप्पे पर सेना, नियंत्रण संभाला, कई उड़ानें रद्द,पशुपतिनाथ मंदिर बंद,आज प्रदर्शनकारियों से होगी वार्ता

काठमांडू (नेपाल)। देश में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी आंदोलन का आज (बुधवार) तीसरा दिन है। नेपाल की सेना ने हिंसा रोकने के लिए मंगलवार रात 10 बजे से पूरे देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। सेना ने कहा कि मुश्किल घड़ी का फायदा उठाकर कुछ उपद्रवी आम लोगों और सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचा रहे हैं। सेना ने अपील की है कि लोग ऐसी गतिविधियां बंद कर दें। नेपाल में आज राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल की मौजूदगी में नेपाल सेना और प्रदर्शनकारी युवाओं के बीच औपचारिक बातचीत होनी है। हालांकि, अभी इसका समय तय नहीं किया गया है।
नेपाल के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक पशुपतिनाथ मंदिर को देश में बढ़ते हिंसक प्रदर्शनों के कारण बुधवार को दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने और शांति बनाए रखने के लिए नेपाल सेना को तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार, देशव्यापी सरकार विरोधी प्रदर्शन (जो सोमवार को हिंसक हो गए) के बीच मंदिर को बंद करने का फैसला लिया गया।
ये प्रदर्शन मुख्य रूप से युवाओं द्वारा शुरू किए गए थे, जो सरकार के हालिया फैसलों, खासकर 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मानते हैं। प्रदर्शनों के बढ़ते दबाव के बीच मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और अन्य शीर्ष नेताओं के आवासों को निशाना बनाया और संसद भवन में तोड़फोड़ की।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सोमवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 500 से अधिक लोग घायल हुए। हिंसा के बाद सरकार ने सोमवार देर रात 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगाए गए विवादास्पद प्रतिबंध को हटा लिया। इसके अलावा, गृह मंत्री रमेश लेखक सहित कई अन्य मंत्रियों ने भी संकट के बीच इस्तीफा दे दिया।
नेपाल सेना ने मंगलवार देर रात से काठमांडू में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। भारत ने नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है और अपने नागरिकों को नेपाल में यात्रा से बचने और घरों में रहने की सलाह दी है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें नेपाल में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की गई। उन्होंने युवाओं की जान जाने पर गहरी पीड़ा व्यक्त की और नेपाल में शांति तथा स्थिरता के महत्व पर जोर दिया।
ओली का इस्तीफा, काठमांडू छोड़ा
सारे देश में चल रहे प्रदर्शन और लोगों का गुस्सा देखते हुए केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर काठमांडू छोड़ दिया है। इससे पहले आंदोलनकारियों ने केपी ओली के निजी घर, राष्ट्रपति भवन और उच्चतम न्यायालय भवन को आग के हवाले कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में हुई झड़पों में अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है और 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कहा जा रहा है कि सुरक्षा बलों ने ओली को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है। उन्हें कहां ले जाया गया है, इसकी जानकारी नहीं है। आंदोलनकारियों ने मंगलवार को नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, झालानाथ खलान और पुष्प कमल दहल प्रचंड के घर में आग लगा दी। पूर्व पीएम झालानाथ खनाल के घर में आग लगाने से उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से झुलस गईं। उन्हें तुरंत कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को उनके घर में घुसकर पीटा गया। यही नहीं वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को काठमांडू में उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल मिले प्रदर्शनकारियों से
नेपाल में आज राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल की मौजूदगी में नेपाल सेना और प्रदर्शनकारी युवाओं के बीच औपचारिक बातचीत होगी। हालांकि, अभी इसका समय तय नहीं किया गया है। मंगलवार रात राष्ट्रपति भवन शीतल निवास में युवा प्रतिनिधियों और सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई है। इसके बाद आज सुबह से औपचारिक बातचीत की तैयारी की गई है।
बातचीत का एजेंडा
इस बातचीत का मुख्य एजेंडा नागरिक सरकार का गठन, संसद भंग करना और नए चुनाव कराना होगा। प्रदर्शनकारी युवा मांग कर रहे हैं कि पार्टियों को सत्ता से हटाकर जनता के नेतृत्व में नई सरकार बनाई जाए। काठमांडू महानगर के प्रमुख बालेन शाह ने भी संसद भंग करने की शर्त पर बात करने का समर्थन किया है। प्रदर्शन के चलते कई फ्लाइट रद्द कर दी गईं हैं। खबर है कि चितवन जिले में प्रदर्शनकारियों ने रात को जिला प्रशासन कार्यालय और चुनाव कार्यालय में आग लगा दी। आग इतनी भयानक थी की बुधवार सुबह तक इसे नहीं बुझाया जा सका। पुलिस के अनुसार, जिला अदालत और सरकारी वकीलों के ऑफिस में भी आग लगाई गई, जिससे कई कागजात नष्ट हो गए। भारतपुर और दूसरे क्षेत्रों में नगरपालिका और वार्ड कार्यालयों पर भी हमला हुआ है। नेपाली कांग्रेस, यूएमएल और माओवादी सेंटर के कार्यालयों को भी आग के हवाले कर दिया गया है।
सेना कर रही काठमांडू में गश्त, संयुक्त राष्ट्र संघ ने चिंता जताई
सेना ने काठमांडू सहित प्रमुख शहरों में सुबह से गश्त शुरू कर दी है। सेना ने लाउडस्पीकर के जरिए लोगों से प्रदर्शन न करने और शांति बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रमुख ने नेपाल में चल रहे प्रदर्शनों पर चिंता जताई है। महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नेपाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर चिंता जताई है। उन्होंने प्रदर्शनों के दौरान हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया। गुटेरेस ने अधिकारियों से मानवाधिकार कानूनों का पालन करने और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने, जीवन और संपत्ति का सम्मान करने की अपील की।
सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
नेपाल की सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी सिंहदरबार और सरकार के मुख्य सचिवालय भवन पर कब्जा कर लिया। यहां प्रदर्शनकारियों ने इमारतों में आग लगा दी थी। सेना ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया है। इसके अलावा पशुपतिनाथ मंदिर के दरवाजों को तोड़ने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारियों को भी सेना ने रोका है।
काठमांडू एयरपोर्ट पर सेना का कब्जा, कई उड़ानें रद्द
नेपाल में मंगलवार को हिंसक प्रदर्शनों के बाद सेना ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया। एयरपोर्ट ऑथोरिटी के मुताबिक प्रदर्शनों के कारण नेपाल के सभी हवाईअड्डे बुधवार दोपहर 12 बजे तक बंद रहेंगे। बढ़ती अशांति के बाद मंगलवार दोपहर 2 बजे से सभी उड़ानें निलंबित कर दी गई थीं। उड़ानें रोक दिए जाने से सैकड़ों यात्री नेपाल और विदेशों में फंस गए हैं। वहीं, एयर इंडिया ने दिल्ली-काठमांडू के बीच चलने वाली अपनी छह में से चार उड़ानें रद्द कर दीं। इंडिगो और नेपाल एयरलाइंस ने भी अपनी उड़ानें रद्द कीं।
पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, "कई युवाओं की जान चली गई है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं नेपाल के सभी भाइयों और बहनों से शांति का समर्थन करने की विनम्र अपील करता हूं।" इस बीच, नेपाल सेना ने मंगलवार रात 10 बजे से देश की सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है और काठमांडू के प्रमुख चौराहों पर चेकपॉइंट स्थापित कर लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रदर्शनकारियों के हिंसक रवैये और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं के बाद सेना को तैनात किया गया है। इसके अलावा, काठमांडू से आने-जाने वाली उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं और सेना ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं।