विदेशी निवेशकों की दस्तक: भारतीय बाजार में 1,751 करोड़ की खरीद, टूटा महीनों पुराना बिकवाली का सिलसिला

Stock Market: एनएसडीएल के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजारों के लिए बड़ी राहत लेकर आया। लम्बे समय से जारी लगातार बिकवाली के दौर के बाद विदेशी निवेशकों (FPI) ने 6 से 10 अक्तूबर के बीच कुल 1,751 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। यह रुझान भारतीय इक्विटी मार्केट में उनके भरोसे की वापसी को दर्शाता है और निवेशकों के मनोबल को नई मजबूती देता है।
बिकवाली से खरीदार तक का सफर

अक्टूबर में निकासी दर में कमी
एनएसडीएल के अनुसार, इस सकारात्मक गतिविधि के चलते अक्तूबर में अब तक की शुद्ध निकासी घटकर 2,091 करोड़ रुपये रह गई है। यह कमी बाजार को राहत देती है और बताती है कि विदेशी निवेशकों का रुख धीरे-धीरे बदल रहा है। निवेशकों के अनुसार, अगर आय में तेजी बनी रही और वैश्विक जोखिम उठाने की क्षमता बरकरार रही, तो एफआईआई का प्रवाह आगे भी बाजार की दिशा तय कर सकता है।
साल भर का संतुलन अभी बाकी
वर्तमान कैलेंडर वर्ष 2025 में जनवरी से लेकर अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से कुल 1,56,611 करोड़ रुपये निकाले हैं। जनवरी में सबसे भारी 78,027 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। अप्रैल, मई और जून को छोड़कर बाकी महीनों में बिकवाली का दबाव देखा गया। सितंबर का आंकड़ा भी भारी था - 23,885 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी। इस पृष्ठभूमि में अक्टूबर की खरीद बाजार के लिए सकारात्मक मोड़ है, भले ही अभी भी लंबी दूरी तय करनी बाकी है।
वैश्विक अस्थिरता का असर
ट्रम्प प्रशासन के टैरिफ, भारतीय कंपनियों के ऊंचे मूल्यांकन और अनिश्चित व्यापारिक माहौल जैसे कारणों ने विदेशी निवेशकों के रुख को प्रभावित किया। हालांकि हालिया खरीद दर्शाती है कि सही परिस्थितियों में विदेशी पूंजी एक बार फिर भारतीय इक्विटी की तरफ रुख कर सकती है। निरंतर निवेश, मजबूत कॉर्पोरेट आय और स्थिर वैश्विक माहौल इस सकारात्मक प्रवृत्ति को कायम रखने के लिए आवश्यक होंगे।