रामपुर में सियासी हलचल, आज़म खां से मिलने पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य

रामपुर। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई हलचल पैदा करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को रामपुर में सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आज़म खां से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात कई घंटों तक चली और उनके बीच लंबी बातचीत हुई।

राजनीतिक जानकार इस मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले किसी नए राजनीतिक समीकरण की शुरुआत के तौर पर देख रहे हैं। दोनों ही नेता कभी समाजवादी पार्टी के प्रमुख चेहरे थे और अब पार्टी से दूरी बनाकर अलग-अलग रास्ते तलाश रहे हैं।
मुलाकात के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मौजूदा नेतृत्व पर इशारों-इशारों में तंज कसा। उन्होंने आजम खां का समर्थन करते हुए कहा कि, आजम खां पर बकरी चोरी और मुर्गी चोरी जैसे छोटे-छोटे मामलों में केस दर्ज करके उन्हें सालों तक जेल में रखा गया, लेकिन उस दौरान सपा चुप रही।
मौर्य ने कड़े शब्दों में कहा, "जो पार्टी अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ नहीं खड़ी हो सकती, वह जनता के हक की लड़ाई क्या लड़ेगी।"
स्वामी प्रसाद मौर्य का यह बयान ऐसे समय में आया है जब यूपी की सियासत में मुस्लिम नेतृत्व की दिशा को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। इस मुलाकात को मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के वोटों को साधने की दिशा में एक 'राजनीतिक संकेत' के रूप में देखा जा रहा है।