सपा कार्यालय खाली कराने पर सियासी टकराव तेज, अखिलेश यादव बोले- हर कीमत पर पार्टी सम्मान की रक्षा करेंगे

Moradabad News: मुरादाबाद के सिविल लाइंस इलाके में स्थित सपा कार्यालय को लेकर प्रशासन और पार्टी के बीच टकराव बढ़ गया है। प्रशासन अब लगातार कार्यालय खाली कराने के लिए दबाव बना रहा है। हालांकि, सपा के संरक्षक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की 10 अक्टूबर को होने वाली पुण्यतिथि तक प्रशासन ने मोहलत दे रखी है। बीते छह अक्टूबर को प्रशासनिक टीम कार्यालय खाली कराने पहुंची थी, लेकिन सपा नेताओं के आग्रह और नेता जी की पुण्यतिथि के सम्मान में कार्रवाई टाल दी गई।
अखिलेश यादव भी हुए सक्रिय, जिलाध्यक्ष ने सौंपी रिपोर्ट

कोठी नंबर-चार बना विवाद का केंद्र
सपा कार्यालय कोठी नंबर-चार की कहानी सपा सरकार के दौर में शुरू हुई थी, जब इसे 250 रुपये किराया पर नेता जी के नाम आवंटित किया गया था। बाद में प्रशासन ने किराया बढ़ाकर 900 रुपये कर दिया। बावजूद इसके, दफ्तर लगातार नोटिसों के घेरे में रहा। अब जब अंतिम नोटिस की अवधि समाप्त हो चुकी है, तो प्रशासन ने दोबारा स्थल खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल, पुण्यतिथि के बाद किसी भी दिन प्रशासन की टीम फिर से पहुंच सकती है।
राजनीतिक दवाब या प्रशासनिक कार्रवाई - सपा में गहराई चिंता
जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने कहा कि प्रशासन की तरफ से बार-बार नोटिस भेजा जाना और खाली कराने का दबाव बनाना पार्टी की चिंता और बढ़ा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यालय स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की स्मृति और सपा की राजनीतिक पहचान से जुड़ा है, इसे खाली कराना संवेदनशील कदम हो सकता है। स्थानीय नेताओं में भी इस स्थिति को लेकर तनाव बना हुआ है।
10 अक्टूबर के बाद बढ़ेगा सियासी तनाव
मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि तक प्रशासनिक कार्रवाई टाली गई है, लेकिन उसके बाद क्या होगा, इस पर किसी को भरोसा नहीं। सपा जिलाध्यक्ष ने अखिलेश यादव को बताया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है। जवाब में सपा प्रमुख ने कहा कि वे इस मामले की निगरानी खुद करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी के हितों को नुकसान न पहुंचे। अब निगाहें प्रशासन की अगली चाल पर टिकी हैं, जो मुलायम सिंह की पुण्यतिथि के बाद किसी भी वक्त उठ सकती है।