आजम-अखिलेश की मुलाकात ने बढ़ाया सियासी पारा: जेल से रिहाई के बाद आजम ने दिखाई अपनी ताकत

Rampur News: सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने जेल से रिहाई के बाद पार्टी में अपनी ताकत का पुनः प्रदर्शन किया। रामपुर में अखिलेश यादव से मुलाकात के दौरान आजम ने पार्टी सुप्रीमो को अपने आवास पर रोका और लगभग दो घंटे तक लंबी बातचीत की। इस मुलाकात के जरिए उन्होंने पार्टी में अपनी स्थिति और राजनीतिक महत्व का स्पष्ट संदेश दिया।
दो घंटे की मुलाकात में जताई अपनी ताकत

हाथ पकड़कर टहलते नजर आए आजम और अखिलेश
मुलाकात के दौरान आजम और अखिलेश एक-दूसरे का हाथ पकड़कर आवासीय परिसर में टहलते नजर आए। इस दौरान भावनात्मक पल भी देखने को मिले। दोनों नेताओं के हाथों का यह जुड़ाव मीडिया के सामने उनकी राजनीतिक एकजुटता और आजम की पार्टी में महत्त्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक बना।
आजम ने जताया ‘छोटा आदमी’ होने का दावा
आजम खां ने मीडिया के सामने कहा कि वह “छोटा आदमी” हैं और अकेले ही अपने घर पहुंचे। जेल से रिहाई के बाद अखिलेश यादव से फोन पर कोई बात नहीं हुई थी। आजम ने यह भी कहा कि वह अपनी मर्यादा और हक के अनुसार पार्टी सुप्रीमो से मिलते हैं, और यह उनकी राजनीतिक पहचान का हिस्सा है।
सांसदों पर तंज और अपनी हनक का अहसास
मुलाकात के दौरान आजम ने सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी पर लगातार तंज कसा। जबकि मोहिबुल्लाह अखिलेश के करीबी माने जाते हैं, आजम ने उन्हें भी अपने प्रभाव क्षेत्र में नरम पड़ने नहीं दिया। यह दिखाता है कि आजम अपने कद और पार्टी में स्थिति बनाए रखने के लिए किसी तरह की कमी नहीं छोड़ रहे हैं।
पार्टी में आजम की स्थिति फिर से स्थापित
अखिलेश ने आजम को “पार्टी के लिए गहरी जड़ों वाला दरख्त” और “हमेशा उनका साया” जैसी संबोधन देकर पूरी मान्यता दी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा की स्थिति मजबूत मानी जाती है, लेकिन आजम का कद पार्टी में अब भी सबसे प्रभावशाली माना जाता है। इस मुलाकात ने फिर से स्पष्ट किया कि पार्टी में आजम खां का महत्व और हनक अपरिवर्तित है।