मुज़फ्फरनगर में छात्रा मैत्री शर्मा बनीं एक दिन की जिलाधिकारी, अपने ही कार्यालय में फरियादी बने डीएम उमेश मिश्रा

मुजफ्फरनगर। सरकार की ‘मिशन शक्ति’ योजनाएँ अब केवल नीतियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह जमीनी स्तर पर बेटियों के आत्मविश्वास को नई उड़ान देने का माध्यम बन रही हैं। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को समर्पित इसी सोच को मूर्त रूप मिला मुजफ्फरनगर में, जहाँ एक दिन के लिए छात्रा को जिलाधिकारी की कुर्सी सौंपकर न केवल नेतृत्व का अनुभव दिया गया, बल्कि यह संदेश भी दिया गया कि नारी शक्ति हर क्षेत्र में सक्षम है।
ऐतिहासिक पल: छात्रा डीएम की कुर्सी पर

यह पहल प्रशासन और समाज के साझा प्रयासों का प्रतीक बनी, जिसमें बेटियों को नेतृत्व की भूमिका में देखा गया। कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंची छात्रा मैत्री शर्मा जब डीएम की कुर्सी पर बैठीं, तो वास्तविक जिलाधिकारी उमेश मिश्रा स्वयं एक फरियादी की तरह हाथ बाँधे उनके पास खड़े नज़र आए। यह दृश्य प्रशासनिक गरिमा और महिला सम्मान की दिशा में उठाए गए कदम का एक सजीव उदाहरण बन गया।
संवेदनशीलता से सुनीं समस्याएँ
छात्रा मैत्री शर्मा ने ना सिर्फ फरियादियों की समस्याएँ सुनीं, बल्कि पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से उनके समाधान की दिशा में निर्णय भी लिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि समस्या का समाधान तभी सार्थक है जब पीड़ित को किए गए समाधान पर पूर्ण संतोष हो। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को यह संदेश दिया कि वे हर शिकायत को मानवीय दृष्टिकोण से समझें और निष्पक्ष रूप से उसका समाधान करें।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने इस अवसर पर मैत्री शर्मा का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी में नेतृत्व क्षमता के बीज रोपित करना ही मिशन शक्ति का वास्तविक उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि यह अभियान एक सामाजिक क्रांति की दिशा में कदम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को समाज में सम्मान, सुरक्षा और समान अधिकार दिलाना है।
जीवन का अविस्मरणीय क्षण
छात्रा मैत्री शर्मा ने इस अनुभव को अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताते हुए कहा कि यह अनुभव न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा, बल्कि भविष्य में वह भी समाज के लिए सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगी।
एम.जी. पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत विद्यालय की कक्षा नौ की छात्राओं मैत्री शर्मा, अक्षिता गर्ग और अनुष्का को विभिन्न कार्यालयों का भ्रमण कराया गया। यह अवसर छात्राओं में नेतृत्व क्षमता के विकास में सहायक सिद्ध होगा। इस पहल के तहत, मेधावी विद्यार्थियों ने उच्च अधिकारियों के कक्ष में बैठकर उनके कार्यों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं का अनुभव भी लिया।
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