मुरादाबाद मंडल में एसआइबी की बड़ी कार्रवाई! तीन पटाखा फैक्ट्रियों पर एक साथ छापा, तीन करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा

Moradabad News: मुरादाबाद मंडल में एसआइबी (Special Investigation Branch) ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई की। एसआइबी की तीन टीमों ने मुरादाबाद, चंदौसी और नजीबाबाद में एक साथ तीन पटाखा फैक्ट्रियों पर छापा मारा। इस छापेमारी से पूरे पटाखा कारोबार में हड़कंप मच गया। टीम ने फैक्ट्रियों में स्टॉक, लाइसेंस और टैक्स रिकॉर्ड की गहन जांच की। प्रारंभिक जांच में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं।
टैक्स चोरी और फर्जी स्टॉक का खुलासा

एसआइबी ने जब्त किए दस्तावेज और हार्ड डिस्क
एसआइबी की टीमों ने छापेमारी के दौरान फैक्ट्रियों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, रजिस्टर, कंप्यूटर हार्ड डिस्क और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन डाटा से यह स्पष्ट होगा कि कितने समय से टैक्स चोरी की जा रही थी। जांच के बाद सभी प्रमाणों को राज्य कर विभाग को सौंपा जाएगा ताकि आगे की कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।
वरिष्ठ अधिकारियों ने खुद की निगरानी
छापेमारी की निगरानी ज्वाइंट कमिश्नर एसपी तिवारी, मिलिंद राज, प्रीति शर्मा और डिप्टी कमिश्नर उत्तम तिवारी, वामदेव त्रिपाठी, पुष्पेश सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने की। मुरादाबाद के महमूदपुर माफी, चंदौसी के कैथल बाजार और नजीबाबाद स्थित पटाखा फैक्ट्रियों में यह कार्रवाई एक ही समय पर शुरू की गई। 15 अधिकारियों की तीन टीमें स्थानीय पुलिस बल के साथ पहुंचीं और घंटों तक छानबीन की।
तीन करोड़ की टैक्स चोरी, आगे और जांच
एसआइबी की प्राथमिक रिपोर्ट में सामने आया कि तीनों फैक्ट्रियों ने मिलकर करीब तीन करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। इनमें से 50 लाख रुपये मौके पर ही वसूल कर लिए गए हैं। अपर आयुक्त ग्रेड-1 (राज्यकर) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि “प्रथम दृष्टया तीन करोड़ रुपये की टैक्स चोरी सामने आई है। रजिस्टर और हार्ड डिस्क को जांच के लिए जब्त कर लिया गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि अब मिठाई और रेस्टोरेंट कारोबारियों की भी जांच की जाएगी।
आने वाले दिनों में और खुलासे संभव
एसआइबी की टीमों ने संकेत दिए हैं कि आगे जांच में और भी बड़ी टैक्स चोरी के मामले उजागर हो सकते हैं। फैक्ट्रियों से मिले डाटा और लेन-देन रिकॉर्ड की जांच के बाद अन्य कारोबारियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। एसआइबी की यह कार्रवाई त्योहारों के सीजन से पहले कारोबार में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।