प्रेग्नेंट महिलाएं करवा चौथ में रखें सावधानियां, हाइड्रेशन जरूरी : डॉ. मीरा पाठक

नई दिल्ली । करवा चौथ हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक खास त्योहार है, जिसमें वे पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं। यह काफी कठिन व्रत माना जाता है, क्योंकि व्रती महिलाएं चांद न दिखने तक निर्जला रहती हैं। ऐसे में इस दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए निर्जला रहना और मुश्किल हो जाता है। सीनियर मेडिकल ऑफिसर और गाइनेकोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. मीरा पाठक ने बुधवार को आईएएनएस से खास बात की और बताया कि प्रेग्नेंट महिलाएं करवा चौथ व्रत के दौरान किन बातों का ख्याल रख सकती हैं।

डॉ. पाठक ने बताया कि पूजा के वक्त ज्यादा समय तक खड़े या बैठे नहीं रहें। अगर थकान या चक्कर महसूस होता है, पेट में बच्चा कम घूमता है, धड़कन तेज महसूस होती है, पेट या सिर में दर्द होता है, तो ऐसी कंडीशन में डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। अगर मां को एनीमिया या हाई ब्लड प्रेशर है, तो डॉक्टर के परामर्श से ही व्रत रखें, वरना व्रत नहीं करें। वहीं, चांद दिखने के बाद जब खाना खाएं तो उसे हल्का रखें।
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !