संकल्प की शक्ति: जब मन में हो जीत का जज़्बा, तो भाग्य भी साथ आता है

जब व्यक्ति में जीत का जज्बा होता है अर्थात सफल होने की दृढ इच्छा शक्ति होती है तो भीतर के साथ बाहर भी बहुत सारे परिवर्तन आ जाते हैं। ऐसा होने पर पता नहीं कहां से भाग्य भी साथ देने के लिए दबे पांव चला आता है। इस प्रकार समूचे जीवन में एक अनुकूल परिवर्तन की आहट सुनाई पडऩे लग जाती है। वही आहट जो एक सकारात्मक ऊर्जा से उपजती है और हमारे अन्तर्मन में प्रवाहित होने लगती है। ऐसे समय हमारे मन में कुछ कर गुजरने की भावना का प्रादुभाव होता है। तब हम सोचते हैं कि क्यों न एक प्रयास और कर लिया जाये ताकि जीत मिले और हम अपनी सोई ऊर्जा को जगाकर पूरी शक्ति लगा देते हैं। हम विजयी हो जाते हैं। ऐसा अनुभव अनेक लोगों को हुआ है। आपके सम्मुख भी ऐसी परिस्थिति आये आप भी मन से सफल होने का संकल्प करे तो नि:संदेह आप विजयी होंगे। स्मरण रहे दृढ़ निश्चय के साथ जो विवेकशील पुरूषार्थ करता है भाग्य भी उसी के साथ खड़ा होता है और विजय भी उसी की होती है। उद्यमहीन व्यक्ति तो भाग्य को ही कोसता रह जाता है। उसे कुछ हाथ नहीं लग पाता।