बिजेथुआ महोत्सव में गूंजा 'जय श्रीराम' और 'हर-हर महादेव' | रामभद्राचार्य का अद्भुत प्रवचन

सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश के जिला सुलतानपुर के बिजेथुआ महावीर धाम में चल रहे बिजथुआ महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने धर्म, भक्ति और एकता का संदेश दिया। उन्होंने कथा मंच से कहा कि राम ही शिव हैं और शिव ही राम हैं। क्योंकि भगवान राम और भगवान शिव एक ही चेतना के दो रूप हैं। जगद्गुरु ने बताया कि हिंदू धर्म का सार भक्ति, ज्ञान और करुणा में निहित है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति राम और शिव की भक्ति को हृदय से अपनाए, तो समाज में प्रेम और सौहार्द स्वतः स्थापित हो जाएगा। इस संदेश के दौरान, महोत्सव स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे, और पूरा धाम 'जय श्रीराम' तथा 'हर-हर महादेव' के जयकारों से गूंज उठा।
प्रशासन और आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। आने वाले दिनों में भी रामकथा, भजन-संध्या और धार्मिक झांकियों का कार्यक्रम जारी रहेगा।
शनिवार को, स्वामी रामभद्राचार्य ने आयोजक विवेक तिवारी के निवास से पैदल चलकर बिजथुआ धाम में हनुमान जी के चरणों में माथा टेका। आयोजन समिति के संरक्षक, सत्य पथ फाउंडेशन के संरक्षक और सत्या फाइनेंस के एमडी विवेक तिवारी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। पहले दिन इस शिविर में लगभग 400 से अधिक मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया।
