सोने में रिकॉर्ड उछाल! अभी खरीदें या दाम गिरने का इंतजार करें? निवेशक रहें तैयार- Gold Price

Gold Price: वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और भारतीय रुपये की कमजोरी के कारण सोने की कीमतों ने इतिहास रच दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 29 अगस्त को गोल्ड ने तीन महीने के उच्चतम स्तर 3,450 डॉलर प्रति औंस को पार किया। घरेलू बाजार में 24 कैरेट गोल्ड ने 1,03,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छू लिया। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने के दाम अगले कुछ हफ्तों में मामूली गिरावट देख सकते हैं, लेकिन लंबी अवधि में गिरावट की संभावना कम है।
सोने में तेजी की असली वजह
भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंक
भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका की बार-बार बदलती नीतियों ने केंद्रीय बैंकों का डॉलर पर भरोसा कम कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप, दुनिया भर के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीद कर रहे हैं। 2010 के बाद से ये बैंक नेट खरीदार बने हुए हैं। 2022-24 के बीच तीन सालों में लगातार 1,000 टन से ज्यादा सोना खरीदा गया। अमेरिकी कर्ज 37 लाख करोड़ डॉलर तक पहुँच गया है, जो अमेरिकी GDP का 124% है।
अभी खरीदें या दाम घटने का करें इंतजार
सोने के दाम पिछले ढाई साल में दोगुने हो चुके हैं। हालांकि, शादियों और त्योहारों के दौरान सोने की मांग हमेशा बनी रहती है। अगले कुछ हफ्तों में श्राद्ध पक्ष के कारण मांग थोड़ी कम हो सकती है और दाम में हल्की नरमी देखी जा सकती है। लेकिन रुपये की कमजोरी और वैश्विक तनाव के चलते बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू हो रहे हैं, जिसके बाद सोने की मांग फिर बढ़ेगी।
चांदी भी तेजी में शामिल
सोने की तरह चांदी भी इस समय तेजी पकड़ रही है। 29 अगस्त को घरेलू बाजार में चांदी 1,22,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई। चांदी की 58% से ज्यादा खपत औद्योगिक क्षेत्रों में होती है, जैसे ई-वाहन, सौर पैनल और ग्रीन एनर्जी। आने वाले वर्षों में यह खपत 60% तक बढ़ सकती है।
सोना बनाम चांदी: निवेश का सही विकल्प
पिछले पांच वर्षों में सोने ने सालाना 12% रिटर्न दिया है, जबकि चांदी ने लगभग 15% रिटर्न दिया। सोना अधिक स्थिर है, जबकि चांदी तेजी और मंदी दोनों में अधिक उतार-चढ़ाव दिखाती है। निवेशकों के लिए सोना सुरक्षित विकल्प है और उच्च जोखिम/उच्च रिटर्न चाहने वालों के लिए चांदी लाभकारी हो सकती है। दिवाली तक सोना 1,06,000 और मार्च 2026 तक 1,13,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकता है। चांदी दिवाली तक 1,30,000 और अगले 12-15 माह में 1,80,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।