अंतरराष्ट्रीय किसान सम्मेलन में गूंजी भारत की आवाज, राकेश टिकैत के नेतृत्व में भाकियू का प्रतिनिधिमंडल शामिल

मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar)। श्रीलंका के मध्य प्रांत की राजधानी कैंडी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय किसान सम्मेलन में भारत की ओर से किसानों की मजबूत आवाज गूंजी। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का 10 सदस्यीय उच्चस्तरीय डेलिगेशन राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में शुक्रवार शाम कोलंबो पहुंचा।
मंच द्वारा प्रस्तुत एजेंडे में पूंजीवाद, साम्राज्यवाद, उपनिवेशवाद, जातिवाद, पितृसत्ता, नस्लवाद, धार्मिक कट्टरता, लैंगिक भेदभाव और प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन पर गंभीर चिंता जताई गई। कहा गया कि मौजूदा आर्थिक व्यवस्था लालच और शोषण पर आधारित है, जिससे पृथ्वी, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को नुकसान हो रहा है।
शनिवार को सम्मेलन का भव्य उद्घाटन हुआ। विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों का उनके राष्ट्रीय ध्वजों के साथ ऐतिहासिक स्वागत किया गया। मंच पर किसान संगठनों के नेताओं ने अपने-अपने देशों की कृषि चुनौतियों और समाधान साझा किए तथा वैश्विक एकजुटता का संदेश दिया।
भाकियू डेलिगेशन में राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, पुरकाजी नगर पंचायत चेयरमैन एवं प्रदेश महासचिव जहीर फारूकी, पश्चिम उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना, महासचिव अशोक घटायन, युवा एनसीआर अध्यक्ष मंटू चौधरी, अंशिता बालियान, धर्मवीर सिंह सहित वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल रहे।