Agriculture News: किसानों की कीमत पर कभी समझौता नहीं, अमेरिका के दबाव के बावजूद शिवराज सिंह चौहान का सशक्त बयान

आज हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात करेंगे जो सीधे हमारे किसानों और देश के हित से जुड़ा हुआ है। हाल ही में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार और अंतरराष्ट्रीय नीतियों को लेकर कुछ तनाव देखने को मिला है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा दिया और रूस से तेल खरीद पर अतिरिक्त शुल्क लगाया। इसके चलते विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए कि किसानों और आम जनता के हित से समझौता हो सकता है।
अमेरिकी टैरिफ और भारत का रुख
दरअसल, हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ को दोगुना कर 50 प्रतिशत करने के फैसले ने भारत-अमेरिका संबंधों में खींचतान पैदा कर दी। इसके साथ ही भारत द्वारा रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी लगाया गया। इस स्थिति पर विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए, लेकिन चौहान ने साफ किया कि यह आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा भारत में हो रहे अच्छे कामों के पीछे अमेरिका या किसी अन्य देश को जिम्मेदार मानने की कोशिश करता है।
किसानों और गरीबों के हित की प्राथमिकता
केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि हमारे किसान, मछुआरे, मुर्गीपालक और गरीब कभी भी संकट में नहीं छोड़ेंगे। सरकार हर स्थिति में उनके हितों की रक्षा करेगी। चौहान ने यह भी याद दिलाया कि 25 अगस्त को उन्होंने स्पष्ट किया था कि सरकार ने अमेरिकी कृषि उपज के आयात की अनुमति देने की मांग का विरोध किया ताकि भारतीय किसानों की सुरक्षा बनी रहे।
शिवराज सिंह चौहान ने अंत में यह सुनिश्चित किया कि भारत अपने फैसले स्वतंत्र रूप से करता है और देशहित सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों ने यह दिखा दिया कि किसी भी कीमत पर हमारे किसानों और आम जनता के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा।
Disclaimer: यह आर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई राय और जानकारियाँ समाचार स्रोतों पर आधारित हैं।