नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को बताया की कि उसने मणिपुर में भीड़ द्वारा दो युवा आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के वायरल वीडियो के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि मामला शुक्रवार देर रात दर्ज किया गया।
मणिपुर सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले को आगे की जांच के लिए सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया था।
घटना के सिलसिले में मणिपुर पुलिस ने सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
हालाँकि यह घटना मणिपुर में व्यापक जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई को हुई थी, लेकिन वीडियो इसी महीने वायरल हुआ था।
केंद्र ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि घटना की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।
उसने मुकदमे सहित पूरे मामले को मणिपुर के बाहर किसी भी राज्य में स्थानांतरित करने का भी अनुरोध किया।
फिलहाल, मणिपुर में जारी हिंसा के सिलसिले में सीबीआई ने छह अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की हैं।
वायरल वीडियो की प्राथमिकी सातवीं है।
इस वीडियो की देश भर में निंदा हुई थी और विपक्ष संसद में इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है।