गाजियाबाद। गाजियाबाद में भाजपा के संगठन चुनाव निर्धारित समय में होने में अब विलंब होता दिखाई पड़ रहा है। इसका कारण अभी तक गाजियाबाद में मंडल अध्यक्षों के नाम की सूची नहीं जारी की गई है। मंडल अध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद ही जिले की कार्यकारिणी का चुनाव होगा।
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उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा हो गई है। गाजियाबाद में अभी मंडल अध्यक्षों के नाम तय नहीं हो पाए हैं। ऊपरी तौर पर मंडल अध्यक्षों की सूची घोषित ना होने के पीछे भेजे गए नामों में कई विसंगतियां बताई जा रही हैं। लेकिन भाजपा सूत्रों की माने तो मंडल अध्यक्षों की ताजपोशी को लेकर विधायकों के बीच आपसी खींचतान बताई गई है। गाजियाबाद में कुल 20 मंडल हैं।
इन बीस मंडलों में अध्यक्षों के नामों की घोषणा होनी है। दो और तीन जनवरी को गाजियाबाद के मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा होनी थी। लेकिन अब इसमें और विलंब होगा। ऐसा भाजपा सूत्रों का कहना है। बताया जा रहा है कि मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा अब 6 जनवरी तक की जाएगी।
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15 दिसम्बर तय की थी तारीख
भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव के लिए 15 दिसम्बर की तारीख तय की थी। लेकिन गाजियाबाद सहित पश्चिम उप्र के कई जिलों और क्षेत्रों की स्थिति यह है कि अभी तक जिलों के मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे नहीं हो सके हैं। अब शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर मंडल अध्यक्षों के नामों पर मंथन शुरू किया है।
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बताया जा रहा है कि पश्चिमी क्षेत्र के शेष दस जिलों के मंडल अध्यक्षों के नाम तय करने के लिए दो और तीन जनवरी बैठक की निर्धारित की थी। सूत्र की माने तो अब पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गाजियाबाद आने की संभावना है। ऐसे में एक बार फिर से भाजपा के मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा अटक गई है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत गाजियाबाद के सभी जनप्रतिनिधि पीएम मोदी की अगवानी करेंगे। इस कारण अब पांच जनवरी के बाद ही पश्चिम को लेकर मंथन की उम्मीद है।