नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत के दिल्ली कैपिटल्स से अलग होने के फैसले को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पंत, जो 9 सीजन तक दिल्ली कैपिटल्स का अहम हिस्सा रहे और टीम की कप्तानी भी की, ने हाल ही में फ्रेंचाइजी को छोड़ने का फैसला किया। इस पर टीम के नए हेड कोच और फ्रेंचाइजी के मालिक के बयानों में बड़ा अंतर सामने आया है।
दिल्ली कैपिटल्स के नए हेड कोच हेमंग बदानी, जिन्होंने रिकी पॉन्टिंग की जगह यह पद संभाला है, ने हाल ही में ऋषभ पंत पर आरोप लगाए कि उन्होंने “ज्यादा पैसे” के लिए फ्रेंचाइजी छोड़ी। बदानी ने कहा कि, “फ्रेंचाइजी ने पंत को रिटेन करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह खुद मेगा ऑक्शन में जाना चाहते थे। उन्हें अपनी मार्केट वैल्यू ज्यादा लगती थी।”
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दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल ने बदानी के इस बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “ऋषभ पंत के दिल्ली कैपिटल्स छोड़ने के फैसले का पैसों से कोई लेना-देना नहीं है। हमारे और ऋषभ के बीच पैसा कभी भी मुद्दा नहीं रहा। बस टीम को ऑपरेट करने को लेकर सहमति नहीं बन सकी।”
जिंदल ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने पंत को हर हाल में रिटेन करने की कोशिश की थी, लेकिन अंततः दोनों पक्ष अलग रास्तों पर जाने का फैसला किया।
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हेड कोच और मालिक के बयानों में विरोधाभास ने इस विवाद को और गहरा दिया है। बदानी का कहना है कि पंत ने खुद ज्यादा पैसों के लिए टीम छोड़ी। जिंदल का कहना है कि पंत और फ्रेंचाइजी के बीच पैसे को लेकर कोई समस्या नहीं थी।
सऊदी अरब के जेद्दा में हुए आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में ऋषभ पंत पर कई फ्रेंचाइजियों ने बड़ी बोली लगाई। हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स उन्हें वापस टीम में शामिल नहीं कर पाई, जिस पर पार्थ जिंदल ने अफसोस जताया।