नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक नए मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बरकरार है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में इस मुद्दे पर लगातार मंथन जारी है। इस बीच राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार दिल्ली को महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है।
इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की चार महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। इन चारों में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। रेखा गुप्ता (शालीमार बाग) – उन्होंने आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश) – उन्होंने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज को 3,188 वोटों से हराया। पूनम शर्मा (वजीरपुर) – उन्होंने आप के राजेश गुप्ता को 11,425 वोटों से हराया। नीलम पहलवान (नजफगढ़) – उन्होंने आप के तरुण कुमार को 72,699 वोटों के बड़े अंतर से हराया।
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राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में महिला मतदाताओं की बड़ी संख्या और बीजेपी द्वारा किए गए महिला केंद्रित वादों के चलते पार्टी इस कदम पर विचार कर रही है। इसके अलावा, बीजेपी शासित किसी भी राज्य में फिलहाल कोई महिला मुख्यमंत्री नहीं हैं, जिससे पार्टी दिल्ली में यह प्रयोग कर सकती है।
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हालांकि, महिला विधायकों के अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेता भी सीएम की रेस में प्रवेश वर्मा (पूर्व सांसद, पूर्व सीएम के बेटे, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल को हराया),वीरेंद्र सचदेवा (बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष),सतीश उपाध्याय (मालवीय नगर विधायक),मोहन सिंह बिष्ट (मुस्तफाबाद विधायक) विजेंद्र गुप्ता (रोहिणी विधायक) शामिल हैं।
दिल्ली में इससे पहले तीन महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। सुषमा स्वराज (बीजेपी) – 1998 में कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री रहीं। शीला दीक्षित (कांग्रेस) – 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं। आतिशी (आप) – 21 सितंबर 2024 से 9 फरवरी 2025 तक मुख्यमंत्री रहीं।
अब देखना यह होगा कि बीजेपी इस बार किसी महिला को दिल्ली की बागडोर सौंपती है या फिर कोई अन्य दिग्गज नेता मुख्यमंत्री बनते हैं। जल्द ही पार्टी नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है।