गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल ने पहली बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सफल मिनिमली इनवेसिव वेगस नर्व स्टिमुलेशन (VNS) सर्जरी की
गाजियाबाद। गाजियाबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली बार मिनिमली इनवेसिव वेगस नर्व स्टिमुलेशन (VNS) सर्जरी सफलतापूर्वक की है। यह प्रक्रिया रिफ्रैक्टरी एपिलेप्सी से पीड़ित एक बच्ची पर की गई, जो पापुआ न्यू गिनी की नागरिक है।
VNS सर्जरी पारंपरिक ब्रेन सर्जरी के विपरीत न्यूनतम इनवेसिव है। इसमें मस्तिष्क में किसी प्रकार का दखल नहीं होता; इसके बजाय गर्दन में एक छोटा डिवाइस लगाया जाता है जो दिमाग में असामान्य इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह ड्रग-रेसिस्टेंट मिर्गी के मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
यशोदा ग्रुप के चेयरमैन डॉ. दिनेश अरोड़ा ने कहा, “हमारे हॉस्पिटल में मरीजों को विश्व-स्तरीय इलाज लोकल लेवल पर उपलब्ध कराना प्राथमिकता है। यह सफलता एडवांस्ड न्यूरोसर्जरी को आसान बनाने की दिशा में बड़ी छलांग है।”
मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रजत अरोड़ा ने बताया, “यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली VNS सर्जरी है। हमारी टीम की प्रतिबद्धता और नवाचार इस सफलता के पीछे हैं।”
डॉ. पुनीत मलिक ने कहा, “यह सुरक्षित और न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें रक्त की हानि न्यूनतम होती है। VNS से मिर्गी के दौरे कम होते हैं और यह ड्रग-रेसिस्टेंट मामलों में नई उम्मीद जगाता है।”
यशोदा हॉस्पिटल की इस सफलता ने न केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मरीजों के लिए भी विश्व-स्तरीय इलाज की उपलब्धता को सुनिश्चित किया है।
