नोएडा। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राकेश कुमार सिंह ने यमुना एक्सप्रेसवे के साथ-साथ लगती हुई प्राधिकरण की मेजर 60 मीटर निर्माणाधीन सड़क का परियोजना विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया। निरीक्षण की दौरान उन्होंने पाया कि 60 मीटर रोड 2-3 जगह में पूर्ण रूप से नहीं बनी थी। इस संबंध में राजेन्द्र भाटी महा प्रबंधक परियोजना द्वारा अवगत कराया गया कि सलारपुर अंडरपास से पहले ग्राम दनकौर के कुछ बाकी हिस्से की सहमति/एफिडेविट ओएसडी लैंड शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा संबंधित कृषकों से प्राप्त कर ली गई है, जल्द ही इसका टेंडर जारी कर रोड का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
आगे चलकर सेक्टर 20 व 21 के नजदीक रुके हुए पैच की सहमति कृषकों से प्राप्त हो गई है तथा रोड निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, करीब एक माह में इस पैच को ब्लैकटॉप कर दिया जाएगा। इस रोड निर्माण कार्य से 60 मीटर रोड ग्रेटर नोएडा के बाद यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की सीमा से शुरू होकर सीधे सेक्टर-29 तक पूर्ण हो जायेगी। सेक्टर 21 के बाद एयरपोर्ट लिंक रोड तक के 3 किलोमीटर के पैच की सहमति काश्तकारों से भूलेख विभाग द्वारा ले ली गई है, रोड के सर्वे के कार्य गतिमान है तथा शीघ्र ही इस 3 किलोमीटर का टेंडर जारी कर दिया जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जेवर में सबोटा तक इस 60 मीटर रोड को जोड़ने हेतु अवशेष 3 किलोमीटर के खसरों का क्रय भी प्राथमिकता पर किया जाए तथा इस 3 किलोमीटर के कार्य को प्रत्येक दशा में मार्च 2016 तक पूर्ण करवाया जाए । दयानतपुर के पास इस 60 मीटर रोड को नवनिर्मित एयरपोर्ट इंटरचेंज से भी लूप बनाकर जोड़ा जाए।
इसके अलावा मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा एयरपोर्ट फेरीफेरी में एयरपोर्ट कार्गो तक एनएचएआई से बनवाई जा रही 30 मीटर रोड के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया तथा परियोजना व भूलेख विभाग को निर्देशित किया गया कार्गो हब के बाद प्राधिकरण की 130 मीटर मास्टर प्लान रोड को सेक्टर 8 डी तक जोड़ने के लिए सर्वे कराकर इसमें पड़ने वाले खसरा नंबर्स सूची बनाकर प्राथमिकता पर क्रय की कार्यवाही की जाए तथा इस कार्य को भी एनएचएई से करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा वापसी में सेक्टर-22 डी में चपारगढ़ गाँव में में हो रहे 30 मीटर रोड क्षेत्र व ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण व वहाँ चल रहे अवैध निर्माण पर असंतोष व्यक्त किया गया। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अवैध निर्माण के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाए तथा सेक्टर 22 डी में रुकी हुई 30 मीटर रोड पर अतिक्रमण हटाकर शीघ्र ही रोड का निर्माण कार्य पूर्ण करवाया जाए। प्राधिकरण के सेक्टर्स के लिए उपरोक्त वर्णित 60 मीटर व 30 मीटर रोड अति महत्वपूर्ण हैं।