2 करोड़ की लूट में शामिल आगरा GRP का सिपाही बर्खास्त, लूट में संलिप्तता की पुष्टि के बाद गिरी गाज

आगरा/फिरोजाबाद: फिरोजाबाद जिले में हुई सनसनीखेज ₹2 करोड़ की लूट कांड में शामिल होने के आरोप में आगरा जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) के सिपाही अंकुर प्रताप सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। शनिवार को पुलिस अधीक्षक रेलवे, आगरा अनुभाग, अनिल कुमार झा ने इस संबंध में बर्खास्तगी के आदेश जारी किए।

क्या थी ₹2 करोड़ की लूट की वारदात?
जानकारी के अनुसार, यह बड़ी लूट की वारदात 30 सितंबर को फिरोजाबाद के मक्खनपुर थाना क्षेत्र में गांव घुनपई के पास हुई थी।
गुजरात की जीके कंपनी की एक कैश वैन दो करोड़ रुपये कैश लेकर जा रही थी, जिस पर बदमाशों ने हमला करके नकदी लूट ली थी।
इस लूट में शामिल कई बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि एक बदमाश एनकाउंटर में ढेर हो गया था।
पुलिसवालों की मिलीभगत का खुलासा
जांच में खुलासा हुआ कि इस वारदात में पुलिस के दो सिपाही मनोज और अंकुर प्रताप सिंह शामिल थे। इन दोनों सिपाहियों को लूट की वारदात की पहले से ही जानकारी थी और ये बदमाशों के सीधे संपर्क में थे।
बदमाशों ने इस काम के लिए दोनों सिपाहियों को पाँच-पाँच लाख रुपये भी दिए थे।
पुलिस ने सिपाही अंकुर प्रताप सिंह को गिरफ्तार करते समय उसके पास से लूट के पाँच लाख रुपये भी बरामद किए थे।
दोनों सिपाहियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब सिपाही अंकुर प्रताप सिंह को सेवा से बर्खास्त किए जाने के बाद पुलिस महकमे में एक कड़ा संदेश गया है कि आपराधिक गतिविधियों में शामिल पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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