मुजफ्फरनगर जेल में करवा चौथ, 23 महिला बंदियों ने रखा व्रत, पतियों से कराई मुलाकात, माहौल हुआ भावुक
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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान के निर्देशानुसार, मुजफ्फरनगर जेल प्रशासन ने करवा चौथ का पावन पर्व विशेष व्यवस्था के साथ मनाया। इस मानवीय पहल के तहत जेल में बंद महिलाओं को उनके पतियों की लंबी आयु के लिए पारंपरिक रूप से व्रत रखने और खोलने की अनुमति दी गई।

23 महिला बंदियों ने रखा व्रत
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कारागार की महिला बैरक में निरुद्ध कुल 23 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा।
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इनमें से 10 महिला बंदियों के पति भी संयोगवश उसी कारागार की पुरुष बैरक में निरुद्ध हैं।
भावुक क्षण, पतियों के हाथों व्रत खोला
कारागार प्रशासन द्वारा महिला बंदियों की, पुरुष बैरक में निरुद्ध उनके पतियों से नियमानुसार मुलाकात कराई गई।
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महिला बंदियों ने पूजा-अर्चना की और रात्रि में चंद्र देवता को अर्घ्य देकर पारंपरिक रूप से अपने पतियों के हाथों व्रत खोला।
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इस भावुक अवसर पर महिला-पुरुष बंदीगण भावुक नजर आए और उन्होंने इस विशेष व्यवस्था के लिए कारागार प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
जेल अधीक्षक अभिषेक चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि करवा चौथ व्रत का हमारी संस्कृति में विशेष महत्व है। कारागार प्रशासन ने महिला बंदियों के सुविधाजनक रूप से व्रत रखने और पारम्परिक रूप से उनके पतियों के हाथों व्रत खुलवाने के लिए विशेष व्यवस्था की।
इस दौरान जेलर नीरज कुमार श्रीवास्तव, चिकित्साधिकारी डॉ. परितोष मुद्गल शर्मा, उप-जेलर दीपक सिंह सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।
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