जेवर पुलिस ने जमीन के फर्जीवाड़े में 50 हजार रुपये के इनामी आरोपी को किया गिरफ्तार
नोएडा। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के थाना जेवर पुलिस ने आज बड़ी सफलता हासिल करते हुए जमीन से जुड़े एक बड़े फर्जीवाड़े के मामले में 50 हजार रुपये के इनामी वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया अभियुक्त फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड तैयार कर किसी अन्य व्यक्ति को जमीन का मालिक बताकर धोखाधड़ी से बैनामा कराने के मामले में मुख्य भूमिका में था। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
थाना जेवर प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दिल्ली निवासी एक व्यक्ति ने थाना जेवर में शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने साजिश के तहत उसके नाम से मिलते-जुलते व्यक्ति को खड़ा कर फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाए। इन जाली दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने ग्राम अमरपुर पालका, तहसील जेवर, जनपद गौतमबुद्धनगर स्थित उसकी भूमि का फर्जी तरीके से बैनामा करा लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में थाना जेवर में 7 मई 2024 मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान पुलिस के सामने राजस्थान निवासी गुरदीप सिंह पुत्र महेंद्र सिंह का नाम प्रकाश में आया, जो इस पूरे फर्जीवाड़े का मुख्य अभियुक्त बताया गया।
जांच में सामने आया कि गुरदीप सिंह ने जमीन की बिक्री के बाद अपने बैंक खाते व अन्य खातों से प्राप्त धनराशि को बेहद तेजी से निकाल लिया था, ताकि रकम को ट्रेस न किया जा सके। घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था और लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा कई बार दबिश दी गई, लेकिन वह हर बार बच निकलने में सफल रहा। आरोपी की लगातार फरारी को देखते हुए न्यायालय द्वारा उसके विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी किए गए। इसके बावजूद अभियुक्त के हाथ न आने पर अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था द्वारा गुरदीप सिंह की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया।
इनाम घोषित होने के बाद जेवर थाना पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की और उसके संभावित ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी।
उन्होंने बताया कि आज पुलिस को गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि वांछित आरोपी टप्पल रोड पर कैलाश अस्पताल के पास मौजूद है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और अभियुक्त गुरदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त गुरदीप सिंह निवासी अलवर राजस्थान का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, अभियुक्त के खिलाफ पहले से भी आपराधिक इतिहास दर्ज है। उसके विरुद्ध थाना जेवर में एक अन्य मुकदमा भी पंजीकृत है।
