जयपुर। अजमेर नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन ने सोमवार को राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखकर लड़कियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती पर कार्रवाई की मांग की है। जैन ने अपने पत्र में कहा कि सचिव द्वारा महिलाओं के संबंध में इस तरह की टिप्पणी बेहद निंदनीय है। यह महिलाओं और लड़कियों के संबंध में उनकी मानसिकता और सोच को दर्शाता है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को संबोधित पत्र में उन्होंने कहा है कि अजमेर दरगाह के खादिमों के संगठन अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सरवर चिश्ती को लड़कियों के बारे में भद्दी टिप्पणी करते देखा जा सकता है।
लड़कियों को ‘चीज’ कहकर संबोधित करते हुए चिश्ती कहते हैं कि लड़की एक ऐसी चीज है जिससे बड़े से बड़ा आदमी भी फिसल सकता है।
डिप्टी मेयर जैन ने लिखा कि भविष्य में महिलाओं पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी को हतोत्साहित करने के लिए सरवर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
वीडियो में चिश्ती को यह कहते हुए सुना जा सकता है, सिर्फ पैसे या संस्कारों से आदमी भ्रष्ट नहीं हो सकता। लड़की एक ऐसी ‘चीज’ है जो बड़े से बड़े आदमी को भी फिसला सकती है।
इस बीच एक फिल्म ‘अजमेर-92’ रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर गई है और कई मुस्लिम संगठन इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।
पुष्पेंद्र सिंह द्वारा निर्देशित फिल्म अजमेर में 100 से अधिक लड़कियों के सामूहिक बलात्कार और ब्लैकमेल की तथाकथित ‘सच्ची’ घटनाओं को दिखाने का दावा करती है।
पौराणिक कथाओं से ‘मेनका और विश्वामित्र’ प्रकरण का उल्लेख करते हुए चिश्ती को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है: विश्वामित्र जैसा एक व्यक्ति भी संयम खो सकता है .. साथ ही, लड़कियों से जुड़े मामलों में सभी बाबा जेल में हैं।
‘अजमेर-92’ 14 जुलाई को रिलीज होने वाली है। लेकिन रिलीज से पहले ही खादिम प्रतिनिधि इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अंजुमन सैयद जादगान के साथ ही अलग-अलग मुस्लिम प्रतिनिधि भी फिल्म के खिलाफ बयान जारी कर रहे हैं।