शिवसेना (UBT) में बड़ी बगावत: मनसे से हाथ मिलाने पर भड़के कार्यकर्ता, सैकड़ों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
मुंबई। मुंबई नगर निगम चुनाव के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के साथ गठबंधन करने से नाराज शिवसेना यूबीटी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। शिवसेना यूबीटी ने नेता संजय राऊत ने बुधवार को कहा कि जिनकी निष्ठा सिर्फ टिकट के लिए रहती है, उन्होंने इस्तीफा दिया है। इससे पार्टी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
शिवसेना यूबीटी के सूत्रों ने बताया कि मनसे के साथ गठबंधन किए जाने से मुंबई नगर निगम चुनाव में शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ताओं को पार्टी की उम्मीदवारी न मिलने से बड़े पैमाने पर नाराजगी फैली हुई है। इसी वजह से शिवसेना यूबीटी के वर्चस्व वाले परेल, वर्ली, विक्रोली आदि क्षेत्रों के सैकड़ों पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। वर्ली विधानसभा के वार्ड नंबर 193 में हेमांगी वर्लीकर को उम्मीदवार बनाए जाने पर यहां शाखाप्रमुक सूर्यकांत कोली ने अपने पद से इस्तीफा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। वर्ली के वार्ड नंबर 196 से पूर्व नगरसेवक आशीष चेंबूरकर की पत्नी को उम्मीदवार बनाए जाने पर शाखाप्रमुख समेत अन्य लोगों ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
साथ ही वार्ड नंबर 197 के शिवसेना यूबीटी के पदाधिकारियों ने भी पार्टी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। वर्ली में टिकट न मिलने से नाराज तीन वार्ड के पदाधिकारियों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। विक्रोली में भी शिवसेना यूबीटी के विभाग प्रमुख, उप विभाग प्रमुख, शाखा प्रमुख आदि पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है। इसी तरह वार्ड नंबर 202 से छह बार पार्षद रहीं श्रद्धा जाधव को फिर से टिकट दिए जाने से नाराज शाखा प्रमुख इंदुलकर सहित कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।
इस नाराजगी पर संजय राउत ने बुधवार को कहा कि टिकट न मिलने पर सभी राजनीतिक दलों में नाराजगी स्वाभाविक है, लेकिन जो पार्टी के प्रति निष्ठावान है, वे कभी भी टिकट के लिए नाराज नहीं होंगे। जिनका लक्ष्य सिर्फ टिकट है, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
