चौधरी चरण सिंह चौक विवाद का पटाक्षेप: भारी दबाव के बाद झुके सत्यप्रकाश रेशु, धरना स्थल पहुँच 'यूनिपोल' किया दान
मुजफ्फरनगर। जिले के कलेक्ट्रेट परिसर पर बुधवार को जाट महासभा के बैनर तले सर्व समाज के सैकड़ों लोग जमा हुए। चौधरी चरण सिंह चौक पर सत्यप्रकाश रेशु के कथित अवैध कब्जे और होर्डिंग्स के खिलाफ नारे लगाए गए और DM को ज्ञापन सौंपने की तैयारी की जा रही थी।
जाट महासभा ने आरोप लगाया था कि रेशु की कंपनी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हजारों यूनिपोल लगाए, लेकिन किसी विभाग से अनुमति नहीं ली। PWD और सिंचाई विभाग से NOC न लेने से सरकारी राजस्व को नुकसान होने का भी हवाला दिया गया। किसानों ने भी शिकायत की थी कि होर्डिंग्स से फसलें धूप न मिलने से सूख रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने SDM स्तर से सर्वे और क्षति भरपाई की मांग रखी थी।
धरना समाप्त होने के बाद जाट महासभा ने इसे चौधरी चरण सिंह के सम्मान की जीत बताया। अध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने कहा कि सत्यप्रकाश रेशु ने बड़ा दिल दिखाया और विवादित होर्डिंग दान कर विवाद सुलझाया।
सत्यप्रकाश रेशु ने कहा, “घर में चार बर्तन होते हैं तो खड़कते ही हैं। कुछ भ्रांतियां थीं, जो दूर हो गई हैं। अब कोई विवाद नहीं है।”
हालांकि, इस समझौते से चौक का सम्मान तो बच गया, लेकिन अवैध होर्डिंग्स और राजस्व हानि की जांच अभी भी एक महत्वपूर्ण सवाल है। यह मामला मुजफ्फरनगर में बड़े नेताओं के नाम पर होर्डिंग्स लगाने के जोखिम की चेतावनी के रूप में याद रखा जाएगा।
देखें पूरा वीडियो...
