मुजफ्फरनगर के कुख्यात अपराधी विनय त्यागी की एम्स ऋषिकेश में मौत, ठेकेदार सुभाष त्यागी पर उठाये सवाल !
ऋषिकेश। हरिद्वार में पेशी के लिए ले जाते समय हुई फायरिंग में घायल हुए कुख्यात अपराधी विनय त्यागी की शनिवार सुबह एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। एम्स प्रशासन ने सुबह करीब 7 बजे उसे मृत घोषित किया। मौत की पुष्टि एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. श्रीलाय मोहंती ने की।
कैसे हुआ हमला
तीन दिन पहले हरिद्वार में दिनदहाड़े उस वक्त सनसनी फैल गई थी, जब पुलिस विनय त्यागी को कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी। लक्सर फ्लाईओवर के पास जाम के दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने पुलिस वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में विनय त्यागी को गोली लगी, जबकि क्रॉस फायरिंग में दो कॉन्स्टेबल भी घायल हुए। हमलावर मौके से फरार हो गए थे।
गंभीर रूप से घायल विनय त्यागी को तत्काल एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार गोली उसकी आंतों में लगी थी, जिससे भारी नुकसान हुआ और हालत लगातार नाजुक बनी रही।
परिवार के गंभीर आरोप
विनय त्यागी की बेटी तन्वी भारद्वाज ने पहले ही आशंका जताई थी कि उनके पिता की जान को खतरा है। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट और जेल प्रशासन को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए।
तन्वी का यह भी आरोप था कि पिछले तीन दिनों से उन्हें अपने पिता से ठीक से मिलने या बात करने नहीं दिया गया। तन्वी का आरोप है कि हमले के बाद उसके पिता ने उसे बताया था कि उस पर हमले के पीछे ठेकेदार सुभाष त्यागी की साजिश है।
वहीं, विनय त्यागी की बहन सीमा त्यागी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला सुनियोजित था। उनका दावा है कि देहरादून में करीब 750 करोड़ रुपये की चोरी और उससे जुड़े खुलासों के चलते विनय को रास्ते से हटाने की साजिश रची गई, ताकि वह ED या अन्य एजेंसियों के सामने बयान न दे सके। उन्होंने इसमें उत्तराखंड पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं।
हमलावर गिरफ्तार
पुलिस ने 25 दिसंबर को इस मामले में सफलता मिलने का दावा करते हुए मुख्य आरोपी सन्नी यादव उर्फ शेरा (28) और अजय (24) को गिरफ्तार किया। दोनों काशीपुर, ऊधम सिंह नगर के निवासी बताए गए हैं और उन पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
लंबा आपराधिक इतिहास
मूल रूप से मुजफ्फरनगर निवासी विनय त्यागी का पश्चिमी यूपी में लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर हत्या, अपहरण, डकैती सहित 58 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह कभी बदन सिंह बद्दो और भूपेंद्र बाफर जैसे कुख्यात गिरोहों से भी जुड़ा रहा।
कुछ समय वह दुबई में भी रहा और जून 2024 में मेरठ एसओजी ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया था।
विनय त्यागी की पत्नी निशा त्यागी, मुजफ्फरनगर के पुरकाजी से ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं।
कोतवाल चंद्र शेखर भट्ट ने बताया कि फिलहाल पुलिस अग्रिम कार्रवाई मे जुटी हुई है। गौरतलब है कि विनय त्यागी के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज थे और वह हिस्ट्रीशीटर के रूप में चिन्हित था। उसकी मौत के बाद क्षेत्र में किसी भी संभावित तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
