ठाकरे भाइयों ने की निंदा, पुलिस ने बनाई 8 टीमें; घटना के पीछे राजनीतिक साजिश के संकेत

Maharashtra News: मुंबई के शिवाजी पार्क में स्थित दिवंगत मीनाताई ठाकरे की प्रतिमा पर अज्ञात व्यक्तियों ने लाल रंग फेंक दिया। सुबह करीब साढ़े छह बजे एक राहगीर ने यह दृश्य देखा और तुरंत इसकी सूचना फैलाई। कुछ ही देर में शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और प्रतिमा की सफाई की। इस घटना ने शिवसैनिकों की भावनाओं को गहरा आहत किया।
पुलिस जांच में जुटी, आठ टीमें गठित
ठाकरे परिवार और राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
इस घटना की निंदा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह महाराष्ट्र में अशांति फैलाने की साजिश हो सकती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की। वहीं, राज ठाकरे ने पुलिस को 24 घंटे के भीतर अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि यह घटना शिवसैनिकों के लिए भावनात्मक मुद्दा है। कदम ने यह भी याद दिलाया कि इस प्रतिमा को उनके पिता रामदास कदम ने बाल ठाकरे के निर्देश पर स्थापित करवाया था।
शिवसेना (यूबीटी) और मनसे में दिखी एकजुटता
इस घटना के बाद शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ताओं में असामान्य एकजुटता देखी गई। दोनों दलों के नेता घटनास्थल पर पहुंचे। यह घटना ऐसे समय में हुई जब दोनों पार्टियों के बीच एकजुटता की कोशिशें जारी थीं।
विपक्ष का आरोप और CCTV से मिली जानकारी
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अनिल देसाई ने आरोप लगाया कि यह घटना राज्य सरकार की विफलता को दर्शाती है। वहीं विधायक महेश सावंत ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार सुबह 6:15 बजे के बाद प्रतिमा पर रंग फेंका गया। उन्होंने कहा कि रंग फेंकने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं था और घटना राजनीति से प्रेरित प्रतीत होती है।
राजनीति से प्रेरित साजिश का शक
स्थानीय नेताओं का मानना है कि यह घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि इसके पीछे राजनीतिक कारण हो सकते हैं। यह घटना उस समय हुई जब हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) ने भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच के विरोध में 'सिंदूर' प्रदर्शन किया था।