चंद्रपुर। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से साहूकारी के उत्पीड़न का एक दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक किसान ने अवैध साहूकारों के कर्ज के जाल से निकलने के लिए कंबोडिया जाकर अपनी किडनी बेच दी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, किसान ने मात्र एक लाख रुपये का कर्ज लिया था, जो भारी ब्याज के कारण बढ़कर 48.53 लाख रुपये हो गया था।
पुलिस के अनुसार, ब्रह्मपुरी तहसील के किसान रोशन सदाशिव कुड़े लगातार फसल खराब होने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। फरवरी 2021 में उन्होंने डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए दो निजी साहूकारों से 50-50 हजार रुपये (कुल 1 लाख) उधार लिए थे। पर उनको नुकसान हुआ। साहूकारों ने कर्ज पर 20 प्रतिशत ब्याज के साथ-साथ भुगतान में देरी पर 5,000 रुपये प्रतिदिन का जुर्माना लगा दिया। कर्ज चुकाने के लिए कुड़े ने अपनी दो एकड़ खेती, ट्रैक्टर, अन्य वाहन और सोने के गहने तक बेच दिए।
इतना सब बेचने के बाद भी साहूकारों का उत्पीड़न कम नहीं हुआ। पुलिस ने बताया कि कुड़े ने समय के साथ पूरी राशि चुका दी थी, फिर भी साहूकार उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे। अंततः, इस अंतहीन कर्ज को खत्म करने के लिए रोशन कुड़े कंबोडिया गए और वहां 8 लाख रुपये में अपनी किडनी बेच दी। पुलिस ने इस पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अब भी फरार है।